स्टॉक मार्केट में स्मार्टवर्क्स की मजबूत एंट्री, लिस्टिंग के बाद लगा अपर सर्किट
नई दिल्ली, 17 जुलाई (हि.स.)। कंपनियों को उनकी जरूरत के हिसाब से वर्कस्पेस मुहैया कराने वाली कंपनी स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 407 रु
स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेज की मजबूत लिस्टिंग के बाद लगा अपर सर्किट


नई दिल्ली, 17 जुलाई (हि.स.)। कंपनियों को उनकी जरूरत के हिसाब से वर्कस्पेस मुहैया कराने वाली कंपनी स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 407 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी एंट्री करीब 7 प्रतिशत लिस्टिंग गेन के साथ 436.10 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 435 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण कुछ ही देर में कंपनी के शेयर उछल कर 457 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 12.28 प्रतिशत का मुनाफा हो चुका है।

स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसज का 582.56 करोड़ रुपये का आईपीओ 10 से 14 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 13.92 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 247.92 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 23.68 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 3.69 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन 2.51 गुना सब्सक्राइब हुए थे। इस आईपीओ के तहत 445 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 33,79,740 शेयर ऑफर फॉल सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने नए सेंटर्स का सिक्योरिटी डिपॉजिट करने, पुराने कर्जों को चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 101.05 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 49.96 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। हालांकि अगले वित्त वर्ष 2024-25 में ये घाटा बढ़ कर 63.18 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व सालाना 37 प्रतिशत से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 1,409.67 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक