मंडी जिला में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सर्व स्वयंसेवक निभा रहे उल्लेखनीय भूमिका
प्राकृतिक आपदा में बहे पुल का लोगों ने कर दिया निर्माण।


मंडी, 17 जुलाई (हि.स.)। मंडी जिला में आई प्राकृतिक आपदा के उपरांत राहत एवं पुनर्वास कार्यों में जिला रेडक्रास सोसायटी के सामाजिक एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वयंसेवक (सर्व) अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे हैं। राहत सामग्री के वितरण से लेकर सामान्य स्थिति बहाल करने में इन स्वयंसेवकों के दल निरंतर कार्य कर रहे हैं। जिला के सराज सहित विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों में यह स्वयंसेवक 17 दिनों से निरंतर अपना सहयोग कर रहे हैं। 30 जून व 01 जुलाई की मध्य रात्रि को आई प्राकृतिक आपदा के तत्काल बाद से ही जिला की विभिन्न पंचायतों में सर्व टास्क फोर्स यूथ वॉलिंटियर ने अपने स्तर पर लोगों की सहायता करना शुरू की। इन स्वयंसेवियों ने शुरूआती दौर में जम्मू-कश्मीर के 7 से 8 लोगों को जंजैहली के बूंगरैलचौक से सुरक्षित निकालने में मदद की।

उपमंडल थुनाग में जलशक्ति विभाग के साथ मिलकर पानी की पाइपों के मरम्मत कार्य में यह सहयोग कर रहे हैं। विद्युत बोर्ड के साथ भी यथासंभव सहयोग बिजली आपूर्ति की बहाली में इनका रहा है। जिला मंडी में स्थापित विभिन्न राहत शिविरों में सर्व अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आपदा के तत्काल बाद उपमंडल करसोग में एसडीएम के साथ कार्य करते हुए 12 बच्चों और चार महिलाओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में मदद की। जिला मुख्यालय से राहत सामग्री भेजने व इसके प्रबंधन कार्य में 30 जून से लेकर आज तक लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

इसके अतिरिक्त वालंटियर अपने क्षेत्रों में पंचायत के रास्ते, स्कूल, क्षतिग्रस्त पैदल पुल इत्यादि की मरम्मत में सहयोग कर रहे हैं। बरयोगी तथा धार जरोल में स्थानीय नाले पर हाल ही में उन्होंने लकड़ी के पुल तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसमें स्थानीय ग्रामीणों का भी सहयोग उन्हें मिल रहा है। गत 16 जुलाई को विपाशा सदन से एक हजार तिरपाल, दवाइयां, राशन किट, सोलर लाइट, रस्क, बिस्किट, बेसन, हल्दी, मिल्क पाउडर के आवंटन में तथा 17 जुलाई को 600 टॉयलेट किट व 200 राशन किट कल्हणी, बागा चनोगी जैसे क्षेत्रों में भेजने में इनकी उपयोगी भूमिका रही है।

उपायुक्त एवं जिला रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने बताया कि सामाजिक एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वयंसेवक (सर्व) समुदाय में सामाजिक अभियानों का नेतृत्व करने के अलावा किसी भी आपदा आदि की स्थिति में प्रथम सामुदायिक प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। सरकार और अन्य एजेंसियों से अतिरिक्त सहायता मिलने से पहले प्रभावित समुदायों को तत्काल राहत और प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए इन्हें प्रशिक्षित किया जाता है। हाल ही में जिला में आई प्राकृतिक आपदा के उपरांत सर्व स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा