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प्रयागराज, 17 जुलाई (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध प्रयागराज में गंगा—यमुना उफनाई हुई है। एक तरफ संगम नगरी का पूरा कछारी क्षेत्र जल मग्न हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ बुधवार रात से रूक—रूककर बारिश हुई और गुरूवार की सुबह भी बारिश के साथ शुरू हुई। तेज हवा चलने की वजह से मौसम ठंडा हो चुका है।
भारतीय मौसम विज्ञान एवं उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान विभाग केन्द्र द्वारा जारी अलर्ट बुधवार रात एवं गुरूवार सुबह काफी सही साबित हुआ। गुरूवार भोर से रूक—रूककर बारिश हो रही है। प्रयागराज के आस—पास जनपदों में भी आसमान में बादल छाए हुए है। बारिश के दौरान मेघगर्जना भी हो रही है। हालांकि गुरूवार सुबह बारिश के साथ तेज हवा चलने से मौसम काफी ठंडा हो चुका है।
बीते दो दिन से रूक—रूक हो रही बारिश की वजह से पूरे जनपद के किसान काफी राहत महसूस कर रहें है। किसान इस समय धान की रोपाई के कार्य में जुटे हुए है। यह बारिश उनके लिए काफी राहत देने वाली साबित हो रही है।
बारिश के साथ ही पतित पावनी मां गंगा और यमुना में जल का वेग काफी तेज है और प्रयागराज का पूरा कछारी क्षेत्र जलमग्न होने के साथ ही कुछ ग्रामीण एवं शहर के निचले हिस्से वाले मोहल्लों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है।
हालांकि प्रयागराज में खतरे का स्तर 84.734 मीटर है। जबकि गुरूवार सुबह यमुना नदी का चलस्तर 81.00 मीटर पर है। गंगा के फाफामऊ में 81.54 मीटर जल स्तर है। इसी तरह बक्सी तटबंध में 80.95 मीटर और छतनाग में 80.46 मीटर पर जल स्तर है। जबकि यह जलस्तर 79.50 मीटर से अधिक होने पर दर्ज किया गया। प्रयागराज के सभी बंधे सुरक्षित है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल