चीन में फंसे 1200 नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज
काठमांडू, 17 जुलाई (हि.स.)। नेपाल और चीन की सीमा पर 8 जुलाई को आई बाढ़ से पुल बह जाने के बाद चीन की तरफ फंसे करीब 1200 नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए गुरुवार को कूटनीतिक प्रयास तेज किये गए हैं। बाढ़ से प्रभावित रसुवा सीमा नाका पर बने नेपाल-चीन मैत
रसुवा नाका में टूटा पुल


काठमांडू, 17 जुलाई (हि.स.)। नेपाल और चीन की सीमा पर 8 जुलाई को आई बाढ़ से पुल बह जाने के बाद चीन की तरफ फंसे करीब 1200 नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए गुरुवार को कूटनीतिक प्रयास तेज किये गए हैं। बाढ़ से प्रभावित रसुवा सीमा नाका पर बने नेपाल-चीन मैत्री पुल के बह जाने से केरुंग में असहाय हुए नेपाली नागरिकों को जल्द वापस लाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने चीनी विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है।

रसुवा जिले के प्रमुख जिला अधिकारी अर्जुन पौडेल के अनुसार विदेश मंत्रालय ने चीनी सरकार से फंसे हुए 1,200 लोगों की वापसी की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है। चीनी पक्ष ने केरुंग में असहाय नेपालियों के लिए भोजन और आवास की व्यवस्था की है। फंसे हुए लोगों में 91 वाहन चालक और सहायक शामिल हैं। पौडेल ने बताया कि बुधवार को उन्होंने नेपाल के विदेश मंत्रालय को कूटनीतिक पहल शुरू करने का अनुरोध करते हुए पत्र भेजा था।

उन्होंने बताया कि गुरुवार को सुबह विदेश मंत्री डॉ. आरजू देउवा ने काठमांडू स्थित चीनी राजदूत को बुलाकर नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों बताया है कि चीन में फंसे नेपाली नागरिकों को जल्द ही वैकल्पिक मार्ग से वापस लाया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास