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वाशिंगटन, 17 जुलाई (हि.स.)। उत्तर अमेरिका के पश्चिमोत्तरी सीमा पर स्थित अलास्का प्रांत का ल्यूशियन द्वीप समूह बुधवार दोपहर भूकंप के तेज झटकों से हिल गया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.3 दर्ज की गई। इसके बाद अलास्का तट के बड़े हिस्से पर कई घंटों तक सुनामी की आशंका के मद्देनजर नजर रखी गई।
एनबीसी न्यूज चैनल की खबर के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि सुनामी की चेतावनी को बाद में परामर्श में बदल दिया गया। फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है। अमेरिकी सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, भूकंप स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:38 बजे (पूर्वी समयानुसार शाम 4:38 बजे) आया और इसका केंद्र पोपोफ द्वीप पर स्थित सैंड पॉइंट से 55 मील दक्षिण में था। इसकी गहराई 12 मील थी। सतर्क रहने के लिए जारी परामर्श में अल्यूशियन द्वीप समूह में यूनिमक दर्रे से लेकर कैनेडी प्रवेश द्वार तक का हिस्सा शामिल किया गया।
लगभग 5,500 की आबादी वाले शहर कोडियाक में आपातकालीन अधिकारियों ने घोषणा की कि भयभीत होने की जरूरत नहीं है। अगर सुनामी आती है तो आश्रय स्थल खोल दिए जाएंगे और सायरन बजाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि दोपहर 2:45 बजे सुनामी का खतरा टल गया।
सैंड पॉइंट की नगर प्रशासक डेबी श्मिट ने बताया कि यह अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। उन्होंने कहा, मैं दोपहर के भोजन के लिए घर पर थी। घर हिल रहा था। सामान गिर रहा था। अलमारियों के दरवाजे खुल रहे थे। हालांकि, कोई नुकसान नहीं हुआ।
अमेरिकी सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार 1900 से इस क्षेत्र में 12 शक्तिशाली भूकंप आ चुके हैं। 7 मई, 1996 को 8.0, 10 जून, 1996 को 7.9, 17 नवंबर, 2003 को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। पहला सबसे शक्तिशाली भूकंप 17 अगस्त, 1906 को पश्चिमी अल्यूशियन चाप में अमचिटका द्वीप आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 8.3 दर्ज की गई थी। इसके बाद 10 नवंबर, 1938 को शुमागिन द्वीप पर 8.6 तीव्रता का भूकंप आया था था। इस भूकंप ने कोडियाक द्वीप के दक्षिणी छोर से शुमागिन द्वीप समूह के उत्तरी छोर तक लगभग 300 किलोमीटर लंबे हिस्से को तहस-नहस कर दिया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद