संस्कृत केवल पुस्तकों तक सीमित न रहकर जन-जन की भाषा बने : वाई.वी. शर्मा
जम्मू, 16 जुलाई (हि.स.)। संस्कृत माह के पावन अवसर पर श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट जम्मू द्वारा जम्मू प्रेस क्लब के बाहर चलंत मोबाइल संस्कृत गुरुकुल कक्षा का भव्य आयोजन किया गया। इस अनूठी पहल का उद्देश्य देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार
चलंत संसकरत माेबाइल का उदघाटन करते वाई वी शर्मा्


जम्मू, 16 जुलाई (हि.स.)। संस्कृत माह के पावन अवसर पर श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट जम्मू द्वारा जम्मू प्रेस क्लब के बाहर चलंत मोबाइल संस्कृत गुरुकुल कक्षा का भव्य आयोजन किया गया। इस अनूठी पहल का उद्देश्य देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार को जनसामान्य तक पहुंचाना है।

इस कक्षा का विधिवत शुभारंभ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष वाई.वी. शर्मा तथा जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के उपाध्यक्ष एडवोकेट बलदेव सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर वाई.वी. शर्मा ने कहा कि “महंत रोहित शास्त्री जी द्वारा संस्कृत भाषा के संरक्षण और संवर्धन हेतु चलाया जा रहा यह अभियान अत्यंत सराहनीय है। वे निरंतर प्रयासरत हैं कि संस्कृत केवल पुस्तकों तक सीमित न रहकर जन-जन की भाषा बने।

एडवोकेट बलदेव सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि संस्कृत भारतीय संस्कृति की आत्मा है। इस तरह की पहलें समाज में सकारात्मक सोच और सांस्कृतिक चेतना का संचार करती हैं। श्री कैलख ट्रस्ट का यह प्रयास निश्चित ही अनुकरणीय है। इस अवसर पर अनेक प्रबुद्ध एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से डॉ. विश्व गुप्ता, एडवोकेट पवन खजूरिया, प्रमोद शर्मा, एडवोकेट नितिन गुप्ता, सुनील सिंह रायपुरिया, प्रोफेसर शरद शर्मा, अमित जामवाल, हनी सिंह तथा विक्की कुमार आदि सम्मिलित थे।

संस्थान के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृत भारत की गौरवशाली परंपरा और ज्ञान की मूल धारा है। हमारा प्रयास है कि यह भाषा पुनः जनजीवन में प्रतिष्ठित हो। यह आयोजन न केवल संस्कृत प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक रहा बल्कि शहर के आम नागरिकों को भी देववाणी के महत्व से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम बना।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह