21 जुलाई को धर्मतला में तृणमूल की रैली, शक्तिगढ़ में दो दिवसीय लैंचा मेला
कोलकाता, 16 जुलाई (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस द्वारा 21 जुलाई को कोलकाता के धर्मतला में आयोजित वार्षिक शहीद दिवस रैली के मद्देनज़र पूर्व बर्धमान के शक्तिगढ़ में इस बार दो दिवसीय लैंचा मेला का आयोजन किया जाएगा। हर वर्ष इस रैली में भाग लेने के बाद तृणमूल
शक्तिगढ़ में शहीद दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय लैंचा मेला


कोलकाता, 16 जुलाई (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस द्वारा 21 जुलाई को कोलकाता के धर्मतला में आयोजित वार्षिक शहीद दिवस रैली के मद्देनज़र पूर्व बर्धमान के शक्तिगढ़ में इस बार दो दिवसीय लैंचा मेला का आयोजन किया जाएगा। हर वर्ष इस रैली में भाग लेने के बाद तृणमूल समर्थक बड़ी संख्या में शक्तिगढ़ रुककर प्रसिद्ध लैंचा मिठाई खरीदते हैं, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर भारी जाम की स्थिति बन जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए इस बार प्रशासन ने विशेष पहल की है।

प्रशासन ने निर्णय लिया है कि 20 और 21 जुलाई को शक्तिगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक वैकल्पिक स्थल पर लैंचा मेला आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन के लिए लगभग 42 बीघा भूमि पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही अस्थायी शौचालय और प्राथमिक उपचार केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। जिला पुलिस और प्रशासन की इस पहल से स्थानीय व्यापारियों में खुशी का माहौल है।

गौरतलब है कि हर साल 21 जुलाई को धर्मतला की रैली में भाग लेने के लिए बांकुड़ा, बीरभूम, पुरुलिया और दोनों बर्धमान जिलों सहित अन्य इलाकों से तृणमूल समर्थक शक्तिगढ़ होकर कोलकाता जाते हैं। वापसी में ये लोग शक्तिगढ़ की प्रसिद्ध मिठाई लैंचा का स्वाद लेने के लिए रुकते हैं, जिससे जाम की गंभीर समस्या उत्पन्न होती है परिस्थिति बिगड़ जाती है।

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष रैली से पहले लैंचा की गुणवत्ता को लेकर विवाद भी हुआ था। राज्य खाद्य विभाग ने शक्तिगढ़ के कई दुकानों पर छापा मारकर लगभग तीन क्विंटल सड़ी हुई मिठाई को नष्ट किया था। जांच में यह सामने आया था कि कुछ दुकानों में महीनों पहले से लैंचा तलने का काम शुरू कर दिया जाता है और मिठाई को अस्वच्छ रसोईघरों में स्टोर किया जाता है, जहां मक्खी, कीड़े और फफूंदी पाई गई थी।

इस वर्ष ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए बर्धमान उत्तर से तृणमूल विधायक निशीथ कुमार मालिक ने प्रशासनिक स्तर पर पहल की। उन्होंने बताया कि शक्तिगढ़ का लैंचा विश्वप्रसिद्ध है। तृणमूल समर्थकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पुलिस और व्यापारियों के साथ मिलकर दो दिवसीय मेला आयोजित किया जा रहा है। इससे जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी और मिठाई खरीदने वालों को सुव्यवस्थित सुविधा भी मिलेगी।

उन्होंने यह भी बताया कि शक्तिगढ़ में करीब 55 लैंचा दुकानों को इस मेले में स्टॉल लगाने की अनुमति दी गई है। पार्किग और खरीदारी के लिए तय स्थल पर ही सभी गतिविधियां संचालित की जाएंगी ताकि मुख्य सड़क पर ट्रैफिक बाधित न हो।

मौके का निरीक्षण पुलिस प्रशासन द्वारा पहले ही कर लिया गया है और समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन एवं पुलिस के संयुक्त प्रयास से यह मेला आयोजित किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय