दमोह : पेपर लेस निर्वाचन दमोह रचेगा इतिहास, जनपद सदस्य के लिए अपनाई जाएगी प्रक्रिया
पेपर लेस निर्वाचन दमोह रचेगा इतिहास जनपद सदस्य के लिये प्रक्रिया
दमोह-पेपर लेस निर्वाचन दमोह रचेगा इतिहास जनपद सदस्य के लिये प्रक्रिया


दमोह-पेपर लेस निर्वाचन दमोह रचेगा इतिहास जनपद सदस्य के लिये प्रक्रिया


मध्य प्रदेश, 16 जुलाई (हि.स.)। दमोह इतिहास रचने जा रहा है यहां पेपर लेस चुनाव प्रक्रिया में जनपद सदस्य के निर्वाचन में यह नयी प्रक्रिया अपनायी जायेगी। 22 जुलाई को उपनिर्वाचन 2025 के तहत जनपद पंचायत सदस्य के लिये हटा तहसील के क्षेत्र क्रमांक 16 में निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिये जिला निर्वाचन कार्यालय पूरी तैयारी कर चुका है। ज्ञात हो कि दमोह मेें होने जा रहे यह चुनाव की प्रक्रिया जिसमें पहली बार पेपर लेस प्रक्रिया को अपनाया जायेगा मध्यप्रदेश में प्रथम होगा। हालांकि इसके पूर्व रीवां और बैरासिया में ग्राम पंचायत की प्रक्रिया को सम्पन्न कराया गया था लेकिन जनपद सदस्य के निर्वाचन की प्रक्रिया दमोह से प्रारंभ होने जा रही है।

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने पेपर लेस प्रकिया आधारित निर्वाचन के संबध में विस्तृत जानकारी पत्रकारों को देते हुये बताया कि इसमें इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी। पूरी प्रक्रिया में निर्वाचन आयोग के विशेष साफटवेयर विंडोज का उपयोग होगा। 09 मतदान केन्द्रों पर मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न होगी जिसमेें तीन ग्राम सम्मिलित हैं। गैसाबाद,गर्रेह एवं बलेह में 5 हजार 621 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी कोचर ने बताया कि प्रातः07 बजे से दोपहर 03 बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया गया है एवं मतगणना 26 जुलाई शनिवार को होगी।

स्ट्रांग रूम एवं मतगणना कक्ष अनुविभागीय दण्डाधिकारी कार्यालय में बनाया गया है। उन्होने बताया कि मतदाताओं में काफी उत्साह है सभी को जागरूक करने के लिये लगातार कार्य किया जा रहा है।उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती मीना मसराम ने बताया कि एक बडी टीव्ही स्क्रीन पर मतदाता का पूरा परिचय एवं फोटो दिखाई देगी एक पेड पर मतदाता अपने हस्ताक्षर एवं अगूंठा जो भी करना चाहे करेगा। इसमें पेन और स्याही का इस्तेमाल भी नहीं होगा न ही मतदान सामग्री लेने मतदान दल को आना पडेगा यह सब कार्य एक दूसरा दल करेगा। उन्होने बताया कि यह अलग तरीके का प्रयोग है जिसमें पेपर लेस के साथ चार की जगह तीन कर्मचारी लगेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / हंसा वैष्णव