मप्रः मनोनीत मुख्य न्यायाधिपति राजभवन पहुंचे, गुरुवार को राज्यपाल दिलाएंगे शपथ
- राजभवन में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव गुप्ता ने किया स्वागत भोपाल, 16 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मनोनीत मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा बुधवार को दोपहर में राजभवन पहुंचे। यहां राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव के.सी. गुप्ता ने
मनोनीत मुख्य न्यायाधिपति राजभवन पहुंचे


- राजभवन में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव गुप्ता ने किया स्वागत

भोपाल, 16 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मनोनीत मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा बुधवार को दोपहर में राजभवन पहुंचे। यहां राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव के.सी. गुप्ता ने पुष्पगुच्छ भेंट कर न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा का स्वागत किया। इस अवसर पर राजभवन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी उनका स्वागत किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल गुरुवार, 17 जुलाई को प्रात: 10 बजे राजभवन के सांदीपनि सभागार में न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति पद की शपथ दिलाएंगे।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही केन्द्र सरकार ने न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में नए मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था। न्यायमूर्ति सचदेवा मध्य प्रदेश में 29वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। वे वर्तमान में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदस्थ हैं। दो माह पहले केंद्रीय कानून विभाग ने अधिसूचना जारी करते हुए न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा को 24 मई 2025 को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। वे तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत के सेवानिवृत्त होने के बाद से उक्त दायित्व संभाल रहे हैं। इससे पहले भी वे 9 जुलाई 2024 से 24 सितंबर 2024 तक प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का दायित्व संभाल चुके हैं।

संजीव सचदेवा का जन्म 26 दिसंबर 1964 को दिल्ली में हुआ था। दिल्ली से ही उन्होंने कॉमर्स में ग्रेजुएट किया। साल 1988 में वे दिल्ली बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में नामांकित हुए और 1995 में सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड के रूप में योग्यता प्राप्त की। उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट से लेकर दिल्ली, रांची समेत दूसरे शहरों में वकीलों को प्रशिक्षण भी दिया। 20 साल तक सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया के स्थायी वकील रहे। साल 2013 में दिल्ली हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। फिर 18 मार्च 2015 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर