किसान दिवस : शासन की लाभप्रद योजनाओं की किसानों को दी गई जानकारी
फतेहपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। बुधवार को विकास भवन सभागार में अपर जिलाधिकारी डॉ. अविनाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। उप कृषि निदेशक सत्येन्द्र सिंह द्वारा बैठक का संचालन करते हुए गत बैठक में आयी शिकायतों के अनुपालन के सम्
किसान दिवस पर जानकारी देते अधिकारी


फतेहपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। बुधवार को विकास भवन सभागार में अपर जिलाधिकारी डॉ. अविनाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया।

उप कृषि निदेशक सत्येन्द्र सिंह द्वारा बैठक का संचालन करते हुए गत बैठक में आयी शिकायतों के अनुपालन के सम्बन्ध में कृषकों को अवगत कराते हुए शासन की लाभार्थी परख योजनाओं की जानकारी दी गई। धान नर्सरी की समय से रोपाई करने, जिप्सम के उपयोग, समय-समय पर कृषकों के मृदा परीक्षण कराने, गोबर की खाद का प्रयोग करने, जल संचयन करने एवं मृदा प्रबन्धन, मृदा नमूना लेते हुए कृषको से मृदा परीक्षण को कराने के लिए कृषकों से अपील की गयी।

जिला उद्यान अधिकारी डा० रमेश पाठक द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत टिशूकल्चर केला, आम, अमरूद एवं पपीता पर देय अनुदान तथा उन्नतशील खेती किये जाने के लिए कृषकों को जागरूक करते हुए तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। मसाला की खेती तथा आच्छादन क्षेत्र विस्तार के लिए लहसुन, मिर्च, प्याज एवं हल्दी की खेती करने हेतु कृषकों को अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा मसालों की खेती के लिए इकाई लागत 30000.00 रुपए प्रति हे० का 40 प्रतिशत अनुदान प्रति हे० विभाग द्वारा अनुमन्य है, कृषक अधिक से अधिक संख्या में मसालों की खेती कर योजना का लाभ एवं अनुमन्य अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते है।

अग्रणी जिला प्रबन्धक गोपाल कृष्णा द्वारा कृषकों से अधिक से अधिक संख्या में किसान क्रेडिट कार्ड को बनवाये जाने की अपील की गयी। इसके साथ मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, स्वर्ण त्रऋण आदि के बारें में कृषकों को जानकारी उपलब्ध करायी गयी।

बैठक में उपस्थित कृषकों को अपर जिलाधिकारी ने बताया कि यदि किसी उर्वरक विक्रेता द्वारा निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री की जाती है तो उसकी शिकायत जिला कृषि अधिकारी अथवा उनके दूरभाष नम्बर 9454417589 पर की जा सकती है। उन्होंने किसान दिवस में उपस्थित समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि कृषकों द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे शिकायती प्रार्थना पत्रों का गुणवत्ता परख निस्तारण मौके पर जाकर करें एवं शिकायतकर्ता को मौके पर बुलाकर समस्या का निराकरण करायें तथा जिन शिकायतों का निराकरण तत्काल सम्भव नहीं है उनमें एक समय निर्धारित कर कृषकों को अवगत कराकर निर्धारित समय सीमा के अन्दर शिकायतों का निराकरण करायें। इसके साथ कृषकों के फोन को प्रत्येक दशा में रिसीव किये जाए एवं उनके द्वारा बतायी जा रही समस्याओं का संज्ञान लेकर गुणवत्ता परख निस्तारण कराये ताकि कृषकों में असंतोष का भाव व्याप्त न हो।

इस अवसर पर सत्येन्द्र सिंह, उप कृषि निदेशक, प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी एवं वन्य जीव प्रभाग, जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी बिन्दकी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत प्रथम, अधिशाषी अभियन्ता, विद्युत द्वितीय, एसडीओ विद्युत असोथर, अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई व निचली गंगा नहर, अग्रणी जिला प्रबन्धक, सहायक अभियन्ता, विद्युत कार्यशाला, डॉ जगदीश किशोर, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहपुर गन्ना पर्यवेक्षक, जिला प्रबन्धक, फसल बीमा सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी सहित कृषक व भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र कुमार