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चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचा गंगा का जलस्तर, 84 घाटों का संपर्क मार्ग डूबा,दशाश्वमेधघाट स्थित शीतला माता का मंदिर डूबा
वाराणसी, 16 जुलाई (हि.स.)। पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश ने गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में खतरनाक बढ़ोतरी कर दी है। वाराणसी में गंगा की लहरें अब उफान मारती हुई आबादी वाले क्षेत्रों की ओर तेजी से बढ़ रही हैं। पलट प्रवाह के चलते वरूणा नदी के किनारे विकसित वरूणा कॉरिडोर पूरी तरह जलमग्न हो गया है। वरूणा कॉरिडोर के किनारे के नाले और बाढ़ का पानी अब ढेलवरिया, हुकुलगंज, बघवानाला, पिपरहवा घाट, सलारपुर और सरैया जैसे इलाकों में प्रवेश कर चुका है। सलारपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में प्रभावित परिवारों का पहुंचना शुरू हो गया है।
—गंगा के जलस्तर में बढ़ाव का रूख जारी
केंद्रीय जल आयोग की ओर से बुधवार सुबह जारी बुलेटिन के अनुसार, वाराणसी में गंगा का जलस्तर सुबह 8 बजे तक 68.94 मीटर दर्ज किया गया। मंगलवार सुबह यह जलस्तर 68.42 मीटर था, यानी 24 घंटे में 52 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है। शाम सात बजे तक यह जलस्तर 68.70 मीटर पहुंच गया था, जो कि चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर से अब कुछ ही दूरी पर है।
—नावों पर यात्रियों को बैठा कर गंगा आरती दिखाने पर प्रतिबंध, घाटों तक पहुंच बंद
जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए जल पुलिस ने गंगा में मोटरबोट के माध्यम से गंगा आरती दर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। मांझी समुदाय को निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा कारणों से नाव, बजड़ा और स्टीमर पर यात्रियों को बैठाकर गंगा आरती न दिखाएं। वाराणसी के ऐतिहासिक 84 घाटों के संपर्क मार्ग जलमग्न हो चुके हैं। यहां तक कि अस्सी घाट पर भी बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। दशाश्वमेध घाट पर स्थित शीतला माता मंदिर भी बाढ़ की चपेट में आ गया है और अब सिर्फ मंदिर का ऊपरी हिस्सा ही दिखाई दे रहा है। बीती रात आरती के बाद मंदिर का मुखौटा अहिल्याबाई स्टेट स्थित अहिलेश्वर महादेव मंदिर में स्थापित कर पूजा की व्यवस्था वहीं स्थानांतरित कर दी गई है।
—पूर्वांचल की नदियों का हाल
गंगा की सहायक नदियों में आज़मगढ़ की छोटी सरयू और जौनपुर की गोमती नदी में फिलहाल जलस्तर स्थिर है। मिर्जापुर में भी गंगा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है, जबकि प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर अब घटाव की ओर है। बावजूद इसके, प्रयागराज में गंगा-यमुना संगम पर पानी लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर तक पहुंच चुका है और महाकुंभ मेला क्षेत्र की रिवर फ्रंट रोड भी जलमग्न हो गई है।
—स्थिति गंभीर, प्रशासन सतर्क
लगातार हो रही मानसूनी बारिश के चलते वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जैसे जिलों में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन द्वारा प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं और लोगों से अपील की जा रही है कि वे बाढ़ संभावित क्षेत्रों से सतर्क रहें।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी