जगदलपुर: कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार व उड़ीसा के मुख्यमंत्री का किया पुतला दहन
जगदलपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम के निर्देशानुसार बस्तर जिला महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष लता निषाद के नेतृत्व व शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य की उपस्थिति में उड़ीसा के बालासोर में फकीर मोहन
कांग्रेस ने  किया पुतला दहन


जगदलपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम के निर्देशानुसार बस्तर जिला महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष लता निषाद के नेतृत्व व शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य की उपस्थिति में उड़ीसा के बालासोर में फकीर मोहन कॉलेज में बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न एवं मौत को लेकर आज बुधवार काे उड़ीसा के मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।

महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष लता निषाद ने कहा देश के प्रधानमंत्री देश की बेटियों को सुरक्षा और न्याय देने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुके हैं। एक शिक्षक द्वारा यौन उत्पीड़न किए जाने के मामले में न्याय नही मिलने पर आत्मदाह करने वाली छात्रा ने तीन दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद भुवनेश्वर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सोमवार रात दम तोड़ दिया। वह बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय की एकीकृत बीएड पाठ्यक्रम की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। आरोपित शिक्षक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से आहत छात्रा ने शनिवार को यह कदम उठाया और वह 95 प्रतिशत तक झुलस गई थी। न्याय की मांग कर रही दुखी छात्रा की मौत बेहद निंदनीय है, जिसकी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ उड़ीसा के सीएम और केंद्र की मोदी सरकार है। हमारी मांग है कि आरोपित को फांसी की सजा मिले साथ ही अन्य दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।

शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने उड़ीसा बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज में इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के दूसरे वर्ष की छात्रा थी। उसने 1 जुलाई को कॉलेज की इंटरनल कंप्लेंट्स कमेटी को अपने यौन उत्पीड़न की घटना की जानकारी पत्र लिखकर कहा था कि अगर आरोपित पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी। इतना ही नहीं कॉलेज प्रशासन द्वारा नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद भी, उसने हार नहीं मानी। न्याय की गुहार लगाने के लिए, उसने उच्च शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री कार्यालय और यहाँ तक कि एक केंद्रीय मंत्री से भी संपर्क किया। उसने बालासोर के सांसद से भी व्यक्तिगत रूप से मिलकर अपनी पीड़ा साझा की। उन्होंने कहा कि यदि एक भी व्यक्ति ने जिम्मेदारी ली होती और व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप किया होता तो शायद लड़की की जान बचाई जा सकती थी। परंतु इस निरंकुश सरकार और उनके प्रशासन ने उनकी एक न सुनी क्या यही है बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा..यह संस्थागत विश्वासघात से कम नहीं है कुल मिलाकर यह एक सुनियोजित अन्याय है।

इस दौरान ग्रामीण अध्यक्ष प्रेम शंकर शुक्ला,नेता प्रतिपक्ष राजेश चौधरी,प्रभारी महामंत्री जाहिद हुसैन, सुभाष गुलाटी,निकेत राज झा,महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष एस नीला, सायमा अशरफ, अल्पसंख्यक अध्यक्ष रोजवीन दास, श्याम कुमारी, पूर्णिमा शीरील, माही श्रीवास्तव, खीरेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे