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ताइपे (ताइवान), 16 जुलाई (हि.स.)। ताइवान का स्वतंत्र राष्ट्र होना चीन को फूटी आंख नहीं सुहाता। उसकी हरचंद कोशिश है कि ताइवान चीन का हिस्सा बने। वह लंबे समय से इस कोशिश में लगा हुआ है। ताइवान के आसपास चीन के लड़ाकू विमान मंडराते रहते हैं। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आज सुबह देश के हवाई और जल क्षेत्र में चीन की सैन्य गतिविधियां देखी गईं।
ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने एक्स पोस्ट में कहा कि आज सुबह 6:00 बजे (स्थानीय समय) चीन के 18 सैन्य विमान, सात नौसैनिक जहाज और दो आधिकारिक जहाज देखे गए। 18 सैन्य विमानों में से छह मध्य रेखा को पार कर देश के उत्तरी, मध्य, दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश कर गए।
चीन की कार्रवाई के जवाब में सशस्त्र बलों ने सैन्य विमान, नौसैनिक जहाज और तटीय मिसाइल प्रणालियां तैनात कीं। रक्षा मंत्रालय ने एक अन्य एक्स पोस्ट में कहा कि मंत्री वेलिंगटन कू ने कल रात रन-वे की मरम्मत में जुटे सैनिकों का कुशलक्षेम जानने के लिए हुआलिएन का दौरा किया।
उल्लेखनीय है कि कल (15 जुलाई) भी चीन के सैन्य विमानों ने ताइवान में घुसपैठ की थी। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने एक्स पोस्ट में कहा था कि सुबह ताइवान के आसपास 26 चीनी सैन्य विमानों, सात नौसैनिक जहाजों और एक आधिकारिक जहाज को सक्रिय होते देखा गया। चीन के 26 सैन्य विमानों में से 21 ने उल्लंघन कर ताइवान के उत्तरी, दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश किया। इससे पहले 12 जुलाई को भी चीन ने ताइवान में घुसपैठ की थी। तब ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि ताइवान के आसपास चीन के 14 सैन्य विमानों, नौ नौसैनिक जहाजों और एक आधिकारिक जहाज को देखा गया।
ताइपे टाइम्स अखबार की हालिया खबर के अनुसार, चीन अपने जहाजों के माध्यम से ताइवान इलाके में गुआम के आसपास समुद्री तल का मानचित्रण कर रहा है। इससे उसे समुद्र के नीचे केबल बिछाने में मदद मिल सकती है और वह इसका सैन्य उपयोग भी कर सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद