बारिश के बाद पश्चिम चंपारण में यूरिया नहीं मिलने से दर-दर भटक रहे किसान
बेतिया, 16 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम चंपारण जिला में हल्की बारिश हो जाने से यूरिया की किल्लत लगातार बनी हुई है। यूरिया के लिए किसान दिनभर प्रखंड के अलग अलग दुकानों का चक्कर काट रहे हैं। किसान धुरेंद्र यादव, हरिकेश कुशवाहा,रुस्तम अंसारी,गोरख साह आदि ने
बारिश के बाद पश्चिम चंपारण में यूरिया नहीं मिलने से दर-दर भटक रहे किसान


बेतिया, 16 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम चंपारण जिला में हल्की बारिश हो जाने से यूरिया की किल्लत लगातार बनी हुई है। यूरिया के लिए किसान दिनभर प्रखंड के अलग अलग दुकानों का चक्कर काट रहे हैं।

किसान धुरेंद्र यादव, हरिकेश कुशवाहा,रुस्तम अंसारी,गोरख साह आदि ने बताया कि प्रतिदिन यूरिया के लिए बाजार का दिनभर चक्कर काटकर शाम को निराश होकर घर लौट रहे हैं। लेकिन किसानों की पीड़ा को समझने और उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। बता दें कि कई दुकानदार खाद नहीं होने का बहाना बनाकर दुकानदार दुकान पर चुपचाप बैठे हुए हैं।

किसान जब खाद खरीदने जा रहे हैं तो उन्हें कहा जा रहा है कि खाद नहीं है।और जिनके पास खाद है वह 400 से 500 तक प्रती बोरी के दर से बेच रहे हैं। जैसा ग्राहक वैसा दाम।किसानों ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में खाद दुकानदारों के द्वारा महंगे दाम पर खाद बेचना कोई नई बात नहीं है।सरकार के द्वारा बार-बार किसानों को बताया जाता है की निर्धारित दर पर ही खाद खरीदे।लेकिन, नवलपुर, पिपरा नौरंगिया, पिपरहिया, फतेपुर सहित अन्य जगहों के खाद दुकानदार को क्या मजाल कि किसानों को सरकार के द्वारा निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराएं।

किसान मरता क्या नहीं करता कि तर्ज पर महंगे दाम पर ही खाद खरीदने को मजबूर है।बता दें कि प्रखंड में हल्की बारिश हो जाने से धान की फसल में यूरिया खाद का छिड़काव करना बहुत जरूरी है।किसी मौका का फायदा उठाकर खाद दुकानदार किसानों का शोषण कर रहे हैं। ब्लॉक के कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के लापरवाही की वजह से खाद दुकानदारो फलह फूल रहे है।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक