महाकाल का बीस जुलाई को होगा रुद्राभिषेक
गोविंद देव जी और गणेश जी को दिया आमंत्रण, ठाकुर जी के दर्शन के साथ श्रद्धालु करेंगे रुद्राभिषेक-हवन
महाकाल का बीस जुलाई को होगा रुद्राभिषेक का भव्य आयोजन


जयपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। सावन माह में भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन छोटीकाशी के श्रद्धालु दूसरे सोमवार की पूर्व संध्या पर आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में महाकाल का महाभिषेक करेंगे। आगामी 20 जुलाई को यहां द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूजन और रुद्राभिषेक का भव्य आयोजन होगा। श्रद्धालु आराध्य देव के दर्शन के साथ-साथ आशुतोष भगवान का पूजन और अभिषेक का पुण्य लाभ भी उठा सकेंगे। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में बुधवार को ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी के श्रीचरणों में आयोजन का पोस्टर अर्पित किया। इससे पूर्व प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर में आयोजन के निर्विघ्न रूप से संपन्न होने की प्रार्थना की ।

इस मौके पर मोती डूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा, गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल, सनातन बोर्ड संघर्ष समिति राजस्थान के संयोजक राहुल द्विवेदी, गुर्जर समाज युवा अध्यक्ष गौरव गुर्जर, कुलदीप सुलोनिया और रवि मीणा ने आयोजन के पोस्टर का विमोचन किया। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में देवमाता गायत्री और गुरु सत्ता को भी भावभरा आमंत्रण दिया गया।

गोविंद देवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि सावन माह में अधिक से अधिक श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की पूजा और अभिषेक कर सकें इसलिए यह आयोजन मंदिर परिसर में ही रखा है। द्वादश ज्योतिर्लिंग रुद्राभिषेक और पंच कुंडीय शिव गायत्री महायज्ञ का आयोजन पूरी तरह निशुल्क है। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के विद्वानों की टोली पार्थिव शिवलिंग पूजन, रुद्राभिषेक और गायत्री महायज्ञ संपन्न कराएगी।

श्रद्धालुओं को कुछ भी सामान लाने का आवश्यकता नहीं है। केवल पार्थिव पूजन के लिए पंजीयन की व्यवस्था है। रुद्राभिषेक और शिव गायत्री महायज्ञ में बिना पंजीयन भी शामिल हो सकेंगे।

कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 7 बजे पार्थिव शिवलिंग पूजन से होगा। आठ से बारह बजे तक श्रद्धालु दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल, बूरा सहित अन्य द्रव्यों से एक साथ बारह ज्योतिर्लिंगों का अभिषेक कर सकेंगे। इसी बीच सुबह 8 से 10 बजे तक पंच कुंडीय शिव गायत्री महायज्ञ होगा। श्रद्धालु गायत्री एवं महामृत्युंजय महामंत्र से आहुतियां अर्पित करेंगे। दस से बारह बजे के बीच शिव तांडव स्तोत्र पाठ, भक्ति संगीत का आयोजन होगा। शिव-शक्ति और भोलेनाथ के गणों स्वरूप की झांकियां आकर्षण का केन्द्र होगी। उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर भस्म आरती भी की जाएगी ।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश