नालंदा के पावापुरी फार्मेसी एंड जीएनएम कॉलेज का दीवार धाराशाई बाल-बाल बचे छात्र
नालंदा, 15 जुलाई (हि.स.)। नालंदा जिले में 12 करोड़ की लागत से बने पावापुरी फार्मेसी एंड जीएनएम कॉलेज के शैक्षणिक भवन की दीवार हल्की बारिश में ही धाराशाही हो गई।यह संस्थान हैंडओवर होने से पहले ही बिल्डिंग भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई। मंगलवार की दोपहर क
हल्की बारिश में धाराशयी दिवार


नालंदा, 15 जुलाई (हि.स.)।

नालंदा जिले में 12 करोड़ की लागत से बने पावापुरी फार्मेसी एंड जीएनएम कॉलेज के शैक्षणिक भवन की दीवार हल्की बारिश में ही धाराशाही हो गई।यह संस्थान हैंडओवर होने से पहले ही बिल्डिंग भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई। मंगलवार की दोपहर कॉलेज बिल्डिंग की दीवार भरभराकर गिर गई जो अब मलबे में तब्दील हो चुका है।यही नहीं इस पांच मंजिला इमारत के सपोर्ट में दिया गया पिलर भी लटक गया है। वहीं इस बिल्डिंग के अन्य हिस्सों में भी दरारें देखी जा रही है।

विम्स संस्थान कैंपस के इस शैक्षिणिक भवन में जीएनएम एवं फार्मेसी के विद्यार्थियों की पढ़ाई चलती है जो उस वक्त भी चल रही थी जिस समय ये दीवार गिरी।बिल्डिंग के अन्य हिस्सों में दिख रही दरारें किसी बड़े हादसे का निमंत्रण दे रही है। इस बिल्डिंग का यह हाल तब हो गया है जबकि इसे अभी तक संस्थान को पूरे तौर पर हेंडओवर भी नहीं किया गया है।

बताया गया है कि भगवान महावीर आयुविज्ञान संस्थान पावापुरी कैंपस क्षेत्र में फार्मेसी एवं जीएनएम की बिल्डिंग है। जब बिल्डिंग की दीवार गिरी तो अफरातफरी की स्थिति हो गई। वहां पढ़ाई कर रहे छात्रों के बीच भय का माहौल बन गया डर के साये में छात्र बिल्डिंग से बाहर निकले। जिस समय ये हादसा हुआ उस समय कॉलेज के कई विद्यार्थी वहां मौजूद थे। सुकून की बात ये रही कि हादसे की चपेट में कोई भी छात्र नहीं आया।इस बिल्डिंग के दीवार का गिरना और दरारें बताती है कि किस तरह से अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत ने भ्रष्टाचार किया है। छात्रों के जिंदगी की कीमत दांव पर लगा दिया गया है और सरकार द्वारा दिये गए बजट को भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा दिया गया है। वहां पढ़ाई के रहे छात्रों ने बताया कि भवन की गुणवक्ता पर कई बार सवाल खड़े किये है, कई शिकायतें भी की गई लेकिन उसका कोई फर्क नहीं पड़ा, इसे दुरूस्त करने की कोई पहल नहीं की गई। इसी का नतीजा है कि सिर्फ 20 मिनट की बारिश में दीवार ढह कर गिर गई।अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित छात्रों ने प्राचार्य अस्मिता शर्मा से मिलकर ज्ञापन सौंपा है।

जीएनएम की डॉ अस्मिता शर्मा ने बताया कि जीएनएम और फार्मेसी कॉलेज की दीवार अचानक गिर गया है ये बिल्डिंग अभी तक पूर्ण रूप से हैंडओवर नहीं किया गया है इसकी प्रक्रिया चल रही है। उन्होने कहा कि दीवार गिरने की सूचना बीआईएमसीए को दे दी गई है। जल्द ही अनुसंसात्मक कारवाई की जायेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रमोद पांडे