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जयपुर, 15 जुलाई (हि.स.)। श्रावण कृष्ण पंचमी मंगलवार को कुमार योग और रवि योग में नाग पंचमी श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाई गई। नाग पंचमी सावन माह में दो बार मनाई जाती है। श्रावण शुक्ल पंचमी को भी नाग पंचमी मनाई जाएगी। जयपुर में निवास कर रहे ज्यादातर लोग इसी दिन नाग पंचमी मनाएंगे।
मंगलवार को महिलाओं ने परिवार की खुशहाली की कामना के साथ घरों, शिव मंदिरों और नाग की बांबी पर नाग देवता की पूजा—अर्चना की। मंदिरों में जहां तांबे के नाग का पूजन किया गया, वहीं घर की दीवार पर नाग की आकृति बनाकर परिवार की सभी महिलाओं ने नाग देवता का पूजन कर एक दिन पूर्व बनाए गए पूड़ी, पकौड़ी, पुए एवं अन्य व्यंजनों का भोग लगाया। चारदीवारी स्थित प्राचीन नाग देवता के मंदिर में महिलाओं ने नाग देवता का पूजन किया। वहीं मंदिरों में शेषनाग भगवान की पूजा की गई। नाग पंचमी होने के कारण सुबह से ही महिलाएं पार्कों, बगीचे या बांबियों के स्थान पर पहुंचीं और अपने पति और पुत्र की लंबी आयु के लिए बांबी की पूजा कीं।
मान्यता के अनुसार कालसर्प दोष के जातकों के लिए भी आज दिन पूजन का शुभ दिन माना जाता है। हिन्दू सनातन धर्म में प्रत्येक जीव का महत्व बताया गया है और इनका पूजन भी किया जाता है। माना जाता है जीव किसी न किसी तरह प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में भी सहायक होते हैं। मान्यता के अनुसार आज शिव मंदिरों में सांपों के प्रतिकात्मक रूप व भगवान शिव की पूजा करने से कई तरह के दोषों का निवारण भी होता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश