हिमाचल के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह करेंगे अंगदान, ली शपथ
शिमला, 15 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने अंगदान का संकल्प लेकर समाज के सामने एक प्रेरणादायी उदाहरण पेश किया है। मंगलवार को अंगदान शपथ पत्र भरते हुए मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जीवन के बाद भी अ
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह शपथ लेते हुए


शिमला, 15 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने अंगदान का संकल्प लेकर समाज के सामने एक प्रेरणादायी उदाहरण पेश किया है। मंगलवार को अंगदान शपथ पत्र भरते हुए मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जीवन के बाद भी अगर हमारे अंग किसी जरूरतमंद के काम आएं, तो यह सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे भी इस मुहिम में आगे आएं और अंगदान का संकल्प लें, ताकि किसी जरूरतमंद मरीज की जिंदगी बचाई जा सके।

मंत्री की इस पहल के साथ ही स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (साेटाे) हिमाचल प्रदेश द्वारा विशेष थीम पर ‘अंगदान-जीवन संजीवनी अभियान’ की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत प्रदेश की पंचायतों में लोगों को मरने के बाद अंगदान के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा। साथ ही हेल्थ केंद्रों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं को भी अंगदान की उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

अभियान के दौरान पेंटिंग, स्लोगन, कविता, क्विज प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक और स्किट जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से भी संदेश फैलाया जाएगा कि ‘अंगदान महादान’ है। सोटो के नोडल अधिकारी एवं सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. पुनीत महाजन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में नेशनल ऑर्गन ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के तहत पिछले चार वर्षों से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान करीब 3,000 लोगों ने अंगदान का संकल्प पत्र भरा है, जबकि प्रदेशभर में 200 से ज्यादा कैंप आयोजित कर ब्रेन डेड मरीजों के परिजनों को अंगदान के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस बार अभियान का फोकस केवल शहरों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ग्रामीण इलाकों तक भी पहुंचकर अधिक से अधिक लोगों को अंगदान और नेत्रदान की जानकारी दी जाएगी।

डॉ. महाजन ने कहा कि कोई भी व्यक्ति घर बैठे भी अंगदान का संकल्प ले सकता है। इसके लिए www.notto.abdm.gov.in वेबसाइट पर जाकर आधार से लिंक मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण किया जा सकता है, जिसके बाद शपथ पत्र डाउनलोड किया जा सकता है। उन्हाेंने कहा कि एक व्यक्ति अपने अंगदान से एक साथ 8 लोगों की जिंदगी बचा सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा