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झज्जर, 15 जुलाई (हि.स.)। लोकतंत्र और संविधान की महत्ता को उजागर करने और आमजन को आपातकाल की लोकतंत्र विरोधी ऐतिहासिक घटनाओं से अवगत कराने के उद्देश्य से लघु सचिवालय में आएक विशेष जन-जागरूकता प्रदर्शनी की शुरुआत की गई है। ‘संविधान हत्या दिवस’ विषय पर आधारित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन मंगलवार को एसडीएम अंकित कुमार चौकसे ने फीता काटकर किया। नगर परिषद चेयरमैन जिले सिंह सैनी की भी गरिमायी उपस्थित रही।
जिला लोक संपर्क एवं सूचना अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी का आयोजन सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा किया गया है। उद्घाटन अवसर पर एसडीएम अंकित चौकसे ने कहा कि लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा है। ऐसी प्रदर्शनी युवाओं और नागरिकों को अपने संवैधानिक अधिकारों और दायित्वों के प्रति सजग बनाने में सहायक सिद्ध होती है।
प्रदर्शनी में आपातकाल के दौरान देश में लोकतंत्र के विरुद्ध हुई घटनाओं और उस समय लागू किए गए कठोर उपायों को तथ्यों और चित्रों के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह भी बताया गया है कि भारत में लोकतंत्र की परंपरा हजारों वर्षों पुरानी है। रामायण, महाभारत और प्राचीन ग्रंथों में जन सहमति, सभा, परिषद जैसी व्यवस्थाओं का उल्लेख मिलता है, जो यह सिद्ध करता है कि भारत की सामाजिक और राजनीतिक चेतना में लोकतंत्र सदैव सन्निहित रहा है।न
लघु सचिवालय में प्रदर्शनी को देखने के लिए बड़ी संख्या में आमजन ने उपस्थिति दर्ज करवाई और प्रदर्शनी के माध्यम से लोकतांत्रिक मूल्यों की गहराई को समझा। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा इस पहल के माध्यम से आमजन को यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। प्रदर्शनी को लेकर जनमानस में उत्साह देखा गया और आने वाले दिनों में और अधिक लोगों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है। इस मौके पर डीआईओ अमित बंसल, अधीक्षक धर्मबीर गुलिया, एआईपीआरओ मनप्रीत सिंह, आईसीए रविंद्र के अलावा अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज