जींद : सुरेश चौधरी को मिला राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ औषधि नियंत्रण अधिकारी का पुरस्कार
नकली सैनेटाइजर पर पहली एफआइआर दर्ज करवाने वाले पहले अधिकारी बने सुरेश चौधरी
हैदराबाद में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम मेें सुरेश चौधरी को सम्मानित करते फार्मेक्सिल कंपनी के चेयरमैन निमित जोशी व अन्य।


जींद, 13 जुलाई (हि.स.)। हैदराबाद मेेें इंडियन ड्रग कंट्रोल आफिसर वेलफेयर एसोसिएसन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में जींद जिले के जामनी गांव से संबंध रखने वाले तथा पंचकूला में तैनात सीनियर औषधि नियंत्रण अधिकारी सुरेश चौधरी को ड्रग नियंत्रण में सराहनीय कार्य के लिए राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ औषधि नियंत्रण अधिकारी का पुरस्कार मिला है।

फार्मेक्सिल कंपनी के चेयरमैन निमित जोशी, फोरमर डीसीजीइआइ जीएन सिंह, जेडीसीआई सीडीएससीओ रंगा चंद्रा शेखर ने उन्हें यह पुरस्कार देकर नवाजा। सुरेश चौधरी को यह पुरस्कार सराहनीय कार्य के लिए दिया गया है। क्योंकि उन्होंने हिसार में रहते हुए बेटी बचाओ, बेटी पढाओ तथा एनडीपीएस एक्ट के मामलों में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने ड्रग नियंत्रण में सराहनीय कार्यो के चलते जींद जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। इस अवसर पर ड्रग कंट्रोल आफिसर वेलफेयर एसोसिएसन इंडिया के उप प्रधान ललित गोयल, सोनीपत के सीनियर ड्रग अधिकारी एवं डीसीओआइडब्लूए ओरगनाइजिंग सचिव राकेश दहिया, ज्वाइंट कमिश्रर एफडीए हरियाणा मनमोहन तनेजा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

नकली सैनेटाइजर पर की पहली एफआईआर

कोविड-19 के दौरान नकली सैनेटाइजर पर सुरेश चौधरी ने पहली एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसके चलते उनका नाम सुर्खियों मेंं आया था। यही नही 2012-13 में जींद में तैनाती के दौरान सभी दवा की दुकानों के बाहर दवाइयों की गुणवत्ता व मिट्टी से बचाव के लिए पहली बार ग्लास व एल्युमिनियम के गेट लगे थे। जिसको आज भी पूरा जींद याद करता है। सुरेश चौधरी की पहचान एक ऊर्जावान अधिकारी के रूप मेें जानी जाती है। जहां भी जाते हैं लोग नशे की दवा रखने से डरते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा