एचईसी में हो स्थायी औद्योगिक शांति : लीलाधर
रांची, 13 जुलाई (हि.स.)। हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री लीलाधर सिंह ने एचईसी प्रबंधन से लंबे समय से कार्यरत कुशल और अकुशल कामगारों को निगम के पे-रोल पर लाकर औद्योगिक शांति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने निदेशक (कार्मिक)
लीलाधर सिंह की फाइल फोटो


रांची, 13 जुलाई (हि.स.)। हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री लीलाधर सिंह ने एचईसी प्रबंधन से लंबे समय से कार्यरत कुशल और अकुशल कामगारों को निगम के पे-रोल पर लाकर औद्योगिक शांति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

उन्होंने निदेशक (कार्मिक) और निदेशक (उत्पादन) को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि जो तकनीकी कर्मचारी पिछले 10 वर्षों से कार्यरत हैं, उन्हें दो साल की अवधि में स्थायी किया जाए।

साथ ही, 20 वर्षों से अधिक समय से सेवा दे रहे कर्मचारियों को सीधे निगम में समाहित किया जाए। इससे पहले धुर्वा यूनियन कार्यालय में बैठक का आयोजन हुआ। इसमें लीलाधर सिंह ने कहा कि वर्तमान में इन कर्मचारियों को 22,000 रुपए प्रति माह वेतन मिलता है, जबकि स्थायी कर्मचारियों को 25,000 रुपए दिये जाते हैं। ऐसे में स्थायी रूप से कर्मचारियों और निगम दोनों को लाभ होगा और औद्योगिक विवाद की आशंका भी समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1995 में केंद्रीय श्रम मंत्रालय, झारखंड श्रम परामर्शदात्री समिति और उच्च न्यायालय ने भी ऐसे कर्मचारियों को स्थायी करने की सिफारिश की थी।

उन्होंने जानकारी दी कि बीएचईएल हैदराबाद से पार्ट्स निर्माण का कार्यादेश मिल चुका है और बीएचईएल हरिद्वार से भी जल्द आदेश और रॉ मैटेरियल मिलने की संभावना है। ऐसे में कारखाने में उत्पादन और औद्योगिक संस्कृति बनाए रखना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि सिर्फ मांगों के लिए उत्पादन ठप करना समाधान नहीं है, बल्कि उत्पादन के साथ-साथ संवाद जारी रखना हित में है। उन्होंने अपील किया कि कामगार प्लांट में उपस्थित होकर उत्पादन प्रारंभ करें। उन्होंने बताया कि यह संविदा मात्र छह माह के लिए है और अगली संविदा से पहले प्रबंधन मांगों पर विचार को तैयार है।

बैठक की अध्यक्षता गिरीश कुमार चौहान ने की।

मौके पर भोला साव, दिलीप, नदीम अंसारी, राममोहन बैठा, खुर्शीद आलम, सुधीर मिश्रा, मनोज झा, टुनटुन और रमेश चंद्र पाण्डेय सहित कई कामगार मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar