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नई दिल्ली, 13 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में यूनिवर्सिटी डेवलपमेंट फंड और सुविधा एवं सर्विस चार्ज के नाम पर छात्रों की फीस में इस वर्ष भी बढ़ोतरी करके अतिरिक्त बोझा डाल दिया है। पिछले तीन वर्षों में यह वृद्धि लगभग दुगनी की गई है जबकि शिक्षक समुदाय भी इस पर आपत्ति जता रहा है।
देवेंद्र यादव ने रविवार को विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि डेवलपमेंट फंड, सुविधा और सर्विस चार्ज कालेज में पढ़ने वाले छात्रों से लेना अनैतिक है, इसको वहन करना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की फीस में 20 प्रतिशत की वृद्धि करके उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालकर उन्हें मानसिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 2025 में यूनिवर्सिटी डेवलमेंट फंड और सुविधा व सर्विस चार्ज के 1500-1500 रुपये करके छात्रों से अतिरिक्त 3000 रुपये वसूले जाएंगे, इस बढ़ोतरी से दलित, वंचित, महिलाओं, कमजोर वर्ग, किसान, मजदूर, अल्पसंख्यक, ईडब्लूएस, पिछड़े वर्ग के छात्रों पर अधिक प्रभाव पड़ेगा।
देवेंद्र यादव ने कहा कि कॉलेजों को आधारभूत संरचनाओं के निर्माण के लिए हायर एजुकेशन फाइनेंसिंग एजेंसी के पास जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय कॉलेजों के लिए कोई भी आधारभूत संरचना नही बनाता है। इसकी वजह से छात्रों से डेवलपमेंट फंड, सुविधा एवं सर्विस चार्ज के नाम पर भारी भरकम फीस लेने का खेल खेला जा रहा है।
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में तकनीकी और उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों की फीस में भी वृद्धि करके बीटेक, बीए, बीकॉम और पीएचडी जैसे विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस में 3.70 प्रतिशत से 60.22 प्रतिशत की वृद्धि अप्रत्याशित है। उदाहरण के तौर पर बीटेक प्रथम वर्ष की फीस में 3.70 प्रतिशत की वृद्धि के बाद फीस 2.16 लाख से बढ़कर 2.24 लाख रुपये हो गई है। इसी तरह पीएचडी वाले छात्रों की फीस में 60.22 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव