इंदौर-बैतूल हाईवे पर कालीसिंध नदी में गिरी कार, दो की मौत, 2 लोगों को ग्रामीणों ने बचाया
देवास, 13 जुलाई (हि.स.)। इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर मोखापीपल्या क्षेत्र में कालीसिंध नदी पर बने अंग्रेजों के जमाने के पुल पर रविवार को हादसा हो गया। यहां एक अर्टिगा कार अनियंत्रित हाेकर नदी में गिर गई। हादसे में कार सवार चार में से दो लोगों की मौत हो
इंदौर-बैतूल हाईवे पर कालीसिंध नदी में गिरी कार


देवास, 13 जुलाई (हि.स.)। इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर मोखापीपल्या क्षेत्र में कालीसिंध नदी पर बने अंग्रेजों के जमाने के पुल पर रविवार को हादसा हो गया। यहां एक अर्टिगा कार अनियंत्रित हाेकर नदी में गिर गई। हादसे में कार सवार चार में से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो को ग्रामीणों ने बचा लिया। दाेनाें घायलाें काे इंदाैर रेफर किया गया है।

जानकारी के अनुसार हादसा रविवार सुबह 11 बजे कमलापुर थाना क्षेत्र के चापड़ा गांव के पास हुआ है। मदुरई से इंदौर की ओर जा रही कार पुरानी संकरी पुलिया पर पहुंची। तभी ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और कार सीधे नदी में जा गिरी। कार गिरती देख मौके पर मौजूद ग्रामीण नदी में कूदे, कुछ ही देर में पुलिस भी पहुंच गई। कार के कांच तोड़कर चार लोगों को बाहर निकाला गया और बागली के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने जांच करके दो को मृत घोषित कर दिया जबकि दो अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में इंदौर रेफर कर दिया गया। बताया गया कि आगे बैठे दो लोगों ने सीट बेल्ट लगाई थी, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके और डूब गए। पीछे बैठे दो लोगों को कांच तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान ओपी (40) निवासी अमृतसर और आनंद राज (40), निवासी इंदौर के रूप में हुई है। जबकि इलैयाराजा (40), निवासी जयपुर और उच्चतेवन (44), निवासी चंडीगढ़ घायल हैं, जिन्हें बागली के आरआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी लोग आनंद राज को ड्रॉप करने इंदौर जा रहे थे।

बागली एसडीओपी सृष्टि भार्गव ने बताया किसी कारण से कार अनियंत्रित होकर नदी में गिरी थी, सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर नहीं हुई है। हादसे के बाद मोखापीपल्या के सरपंच जितेंद्र सिंह, अर्जनुसिंह पुत्र बने सिंह दरबार, अर्जुन सिंह पुत्र विक्रमसिंह, सूरज सिंह पुत्र गुलाब सिंह, राजपाल पुत्र अनार सिंह आदि नदी में उतरे थे, कांच तोड़ने के दौरान कई ग्रामीणों हाथ-पैर में कांच से चोट लग गई। ग्रामीणों के अनुसार जहां पर कार गिरी वहां पर करीब 8-10 फीट पानी था। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिया पर न तो रेलिंग है और न ही संकेतक। पुल अंग्रेजों के समय का है। यहां हादसे होना आम बात हो गई है। बारिश के मौसम व अन्य दिनों में भी वाहन पलटकर नदी में गिरते रहते हैं। यदि पुल पर कोई वाहन खराब हो जाता है, तो कई किमी का लंबा जाम भी लग जाता है।प्रशासन को कई बार शिकायत की जा चुकी है। हर बार हादसे के बाद ग्रामीण ही बचाव करते हैं, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं हुआ है। एसआई राकेश नरवरिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मृतकों के परिजन को सूचना भी दे दी गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे