15 अगस्त से पहले होगा यूनानी मेडिकल कॉलेज का हैंडओवर
बिजली कनेक्शन में नहीं चलेगा अब टाल-मटोल, दो दिन में भेजना होगा एस्टीमेट
यूनानी मेडिकल कॉलेज परिसर में निरीक्षण के दौरान मौजूद जिलाधिकारी, एडीएम सिटी व अन्य अफसर


कॉलेज भवन का जायज़ा लेतीं प्रमुख सचिव संयुक्ता समद्दार, साथ में डीएम और अन्य विभागीय अधिकारी


निरीक्षण के दौरान यूनानी मेडिकल कॉलेज परिसर में अधिकारियों के साथ प्रमुख सचिव संयुक्ता समद्दार


बरेली, 12 जुलाई (हि.स.) । हजियापुर स्थित यूनानी मेडिकल कॉलेज अब लंबे इंतजार के बाद आखिरकार संचालन के करीब पहुंच गया है। शनिवार सुबह करीब 10 बजे प्रदेश की अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव संयुक्ता समद्दार ने कॉलेज परिसर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा कि 15 अगस्त से पहले कॉलेज को आयुष विभाग को हर हाल में हैंडओवर कर दिया जाए।

निरीक्षण के दौरान कॉलेज परिसर में सबसे बड़ी अड़चन बन रही बिजली आपूर्ति पर उन्होंने तत्काल निर्णय लेते हुए बिजली विभाग को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द विद्युत लाइन बिछाई जाए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बिजली विभाग को दो दिन के भीतर नया एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेजने को कहा गया है।

पहले जो 4.5 किमी लाइन डालने का करीब सात करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया था, उसे अब पुनः मंथन कर यथासंभव कम लागत में पूरा करने को कहा गया है।

रामपुर के बाद बरेली पहुंचीं प्रमुख सचिव

शुक्रवार को प्रमुख सचिव संयुक्ता समद्दार ने पहले रामपुर में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की परियोजनाओं का निरीक्षण किया, जिसके बाद देर शाम बरेली पहुंचीं। यहां सर्किट हाउस में विभागीय अफसरों के साथ बैठक करने के बाद शनिवार सुबह यूनानी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, एडीएम सिटी सौरभ दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री, बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर ज्ञान प्रकाश, एक्सईएन ब्रह्मपाल, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अंजना सिरोही, आयुष विभाग के अधिकारी समेत कई अफसर मौजूद रहे।

बिजली बनी थी सबसे बड़ी अड़चन

कॉलेज की इमारत तो काफी पहले बन चुकी है, लेकिन बिजली कनेक्शन की अनुपलब्धता के चलते इसका संचालन शुरू नहीं हो पाया। इस पर प्रमुख सचिव ने गहरी नाराजगी जताई और कहा कि अब कोई देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य की जो भी कमियां बची हैं, उन्हें तय समयसीमा में पूरा किया जाए।

हजारों छात्रों के सपनों से जुड़ा है कॉलेज

बरेली का यह यूनानी मेडिकल कॉलेज प्रदेश के उन चुनिंदा संस्थानों में से एक है, जिसे खासतौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की शिक्षा देने के लिए तैयार किया गया है। लंबे समय से इसकी शुरुआत का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए अब राहत भरी खबर है। प्रमुख सचिव के निर्देशों के बाद बिजली आपूर्ति की अड़चन दूर होने की उम्मीद है।

अब सबकी निगाहें 15 अगस्त पर टिकी हैं, जब कॉलेज का हैंडओवर होते ही नामांकन और शिक्षण कार्य की शुरुआत का रास्ता साफ हो जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार