बीजेपी सांसद के बयान पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा, पटवारी बोले-मंत्रियों की जुबान पर लगे लगाम, सिंगार ने साधा निशाना
भाेपाल, 12 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के सीधी जिले की नौ महीने की गर्भवती लीला साहू ने अपने गांव में सड़क की कमी को लेकर एक वीडियो बनाकर प्रशासन और सरकार का ध्यान खींचने की कोशिश की। वीडियाे वायरल हाेने पर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के बयान के बा
बीजेपी सांसद के बयान पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा


भाेपाल, 12 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के सीधी जिले की नौ महीने की गर्भवती लीला साहू ने अपने गांव में सड़क की कमी को लेकर एक वीडियो बनाकर प्रशासन और सरकार का ध्यान खींचने की कोशिश की। वीडियाे वायरल हाेने पर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के बयान के बाद सीधी सांसद द्वारा लीला साहू को लेकर की गई टिप्पणी पर कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार को घेरा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को मंत्रियों की जुबान पर लगाम लगाने की जरूरत है। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि उनका मंत्री से सीधा सवाल है कि ऐसे कितने गांवों की महिलाओं को आप उठवाएंगे'? क्या अब यही आपकी सरकार में विकास का नया मापदंड है?

दरअसल, बीजेपी सांसद ने लीला साहू से कहा, “तारीख बताओ, हम तुम्हें एक हफ्ता पहले उठवा लेंगे।” इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। लोग सांसद की इस टिप्पणी को न केवल असंवेदनशील बता रहे हैं, बल्कि इसे एक महिला के प्रति अपमानजनक और अशोभनीय भाषा भी करार दे रहे हैं। इधर बीजेपी सांसद इस बयान पर कांग्रेस ने भी निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस पूरे मामले को शर्मनाक, अमर्यादित और भाजपा की विकृत मानसिकता का प्रतिबिंब बताया है। उन्हाेंने कहा कि गांवमें सड़कें नहीं है, भ्रष्टाचार की सड़क दिक्कत कर रही है। सीधी ज़िले की सामाजिक कार्यकर्ता लीला साहू द्वारा एक गर्भवती महिला के लिए सड़क निर्माण की माँग करना भाजपा सांसद को इतना नागवार गुज़रा कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से न केवल महिला की प्रेगनेंसी पर बेहूदा टिप्पणी की, बल्कि ‘एक हफ्ता पहले उठवा लेंगे’ जैसे शब्द से शर्मसार किया है। ऐसे में बीजेपी सांसद का यह बयान अपमानित करने वाला है। यह केवल लीला साहू का अपमान नहीं, यह हर संघर्षशील महिला का अपमान है। उन्होंने कहा कि डिलीवरी की तारीख तय कर रहे हैं, लेकिन सड़क बनाने की तारीख नहीं बता रहे। बीजेपी के नेता मत के मद में चूर हैं। सरकार खस्ताहाल सड़कों पर ध्यान दें। 50% की कमीशन की सरकार में सब भ्रष्ट है।

पीसीसी चीफ पटवारी ने मंत्री सिंह और सांसद राजेश मिश्रा के बयान के बाद कहा कि सत्ता का मद क्या होता है, यह बीजेपी के नेता बार-बार प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश में सड़कें खस्ताहाल हैं। गांवों, शहरों की सड़कें करप्शन की भेंट चढ़ गई हैं। ब्रिज हो या नेशनल हाइवे हो या स्टेट हाइवे की सड़क हो, सबके हालात खस्ता हैं। ये करप्शन की भेंट चढ़ गई हैं। पटवारी ने कहा कि सीएम साब, मंत्रियों की जबान पर लगाम लगाओ और दायित्व निभाओ, सड़कों के हालात बुरे हैं। एमपी में भ्रष्टाचार चीख-चीखकर कह रहा है कि 50 प्रतिशत कमीशन की सरकार है। बीजेपी की सरकार में डेटा पॉलिटिक्स की जा रही है। राजनीतिक दल ने कुछ कहा तो एफआईआर कराएंगे। जनता ने भी कुछ कहा तो डराएंगे।

वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इसी मामले में एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि सीधी में गर्भवती महिलाओं ने सड़क की माँग की, तो भाजपा सांसद राजेश मिश्रा बोल रहे हैं 'डिलीवरी की डेट बताओ, हम उठवा लेंगे!' पीडब्ल्यूडी मंत्री बोले रहे हैं – 'क्या डंपर लेकर पहुँच जाएँ?'

सोशल मीडिया पर सड़क के लिए संघर्ष कर रहीं लीला साहू जी के वीडियो ने सत्ताधीशों की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है। गर्भवती महिला के लिए यह बेशर्मी से भरा बयान, भाजपा का असली ‘संस्कार’ दिखाता है। सांसद सीधी की जनता ने आपको सांसद बनाकर अपने क्षेत्र की समस्याओं को हल करने की जिम्मेदारी सौंपी थी न कि गर्भवती महिलाओं से यह कहने के लिए कि डिलीवरी डेट बताओ, हम उठा लेंगे। सिंघार ने कहा कि मेरा मंत्री से सीधा सवाल है कि ऐसे कितने गांवों की महिलाओं को आप उठवाएंगे? क्या अब यही आपकी सरकार में विकास का नया मापदंड है? सत्ता का इतना अहंकार ठीक नहीं। जनता सब देख रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे