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पूर्वी सिंहभूम, 12 जुलाई (हि.स.)। रेल सिविल डिफेंस टीम की ओर से शनिवार को बिरसानगर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों को विषैले और विषहीन सर्प के काटने की पहचान, प्राथमिक उपचार, कुत्ते के काटने की स्थिति में बरती जाने वाली सावधानियों और ड्राई केमिकल पाउडर फायर एक्सटिंग्विशर के प्रयोग की विस्तृत जानकारी दी गई।
सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने प्रोजेक्टर के माध्यम से सर्पदंश की पहचान, शरीर पर होने वाले लक्षण और प्राथमिक उपचार की विधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति सांप के काटे का शिकार होता है, तो बिना देरी किए उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाकर एंटी वेनम इंजेक्शन लगवाना चाहिए। ओझा-गुणी या झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वासों से बचने की सलाह भी दी गई।
कुत्ते के काटने पर संभावित लक्षणों, प्राथमिक चिकित्सा और रेबीज रोधी टीकाकरण की जानकारी दी गई। टेलीफिल्म के जरिए रेबीज संक्रमित कुत्ते की पहचान, लक्षण और उपचार को समझाया गया।
डेमोंस्ट्रेटर शंकर प्रसाद ने स्वास्थ्य केंद्र में राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए ड्राई केमिकल पाउडर फायर एक्सटिंग्विशर के उपयोग की विधि और सावधानियों का मॉक ड्रिल कराया। वहीं अनिल कुमार सिंह ने एलपीजी गैस रिसाव से उत्पन्न आग पर काबू पाने की विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन किया।
प्रशिक्षण शिविर में स्वास्थ्य केंद्र के प्रदीप कुमार (पीएचएम), राजेश साहू (लैब टेक), विमल दास (फार्मासिस्ट), एएनएम पुष्पलता बारीक, सविता महतो, अंबिका बकला, सानिया देवी, सहिया अलका सिंह, अंजलि, रजनी हेरेंज, प्रभावती कुजूर सहित कई स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
सभी प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण को उपयोगी और जानकारीपूर्ण बताया, जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में वे अधिक सजग और सक्षम बन सकें।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक