आत्मसम्मान किसी भी व्यक्ति के जीवन की रीढ़ है; जस्टिस विधि सक्सेना
झाबुआ, 12 जुलाई (हि.स.)। आत्मसम्मान किसी भी व्यक्ति के जीवन की रीढ़ है, और अगर किसी भी प्रकार की गतिविधि उस पर आघात करती है तो उसका विरोध करना चाहिए, न कि उसे चुपचाप सहन कर लिया जाना चाहिए। उक्त विचार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश विधि सक्सेना द्वार
Invalid email address
संपर्क करें
हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज एजेंसी एम-6, भगत सिंह मार्केट, गोल मार्केट, नई दिल्ली- 110001