थाना समाधान दिवस पर सुनी गईं 230 शिकायतें, 27 मामलों का मौके पर निस्तारण
— जिलाधिकारी-एसएसपी ने लिया फीडबैक, संतोषजनक निस्तारण न होने पर दिए दोबारा जांच के निर्देश मीरजापुर, 12 जुलाई (हि.स.)।जनसुनवाई को प्रभावी और समाधान केंद्रित बनाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर शनिवार को जनपद के सभी थानों पर थाना समाधान दिवस का आ
लालगंज थाना परिसर में आयोजित समाधान दिवस पर फरियादियों को सुनती डीएम प्रियंका निरंजन व एसपी सोमेन बर्मा।


— जिलाधिकारी-एसएसपी ने लिया फीडबैक, संतोषजनक निस्तारण न होने पर दिए दोबारा जांच के निर्देश

मीरजापुर, 12 जुलाई (हि.स.)।जनसुनवाई को प्रभावी और समाधान केंद्रित बनाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर शनिवार को जनपद के सभी थानों पर थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने लालगंज थाना पहुंचकर फरियादियों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए।

लालगंज थाना परिसर में आयोजित समाधान दिवस पर कुल 21 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत हुए, जिनमें से 02 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया, जबकि शेष प्रार्थना पत्र संबंधित विभागों को भेजते हुए डीएम ने सख्त निर्देश दिए कि हर शिकायत पर गुणवत्ता के साथ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

जिलाधिकारी ने बीते समाधान दिवसों में प्राप्त शिकायतों का फीडबैक भी लिया। उन्होंने पाया कि कुछ मामलों में निस्तारण संतोषजनक नहीं था। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए दोबारा जांच कर गंभीरता से निस्तारण करने के निर्देश दिए।

जनपदभर में आईं 230 शिकायतें

थाना समाधान दिवस पर जिले के 19 थानों में कुल 230 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 27 का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। शेष प्रकरणों की जांच के लिए राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीमें गठित कर रवाना कर दी गईं।

समाधान दिवस की समीक्षा में सख्त निर्देश

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि सिर्फ शिकायतें सुनने से कुछ नहीं होगा। उनका असरदार समाधान जरूरी है। आम जनता को तभी भरोसा होगा जब उन्हें राहत भी मिले। एसएसपी सोमेन बर्मा ने कहा कि पुलिस-प्रशासन की भूमिका सिर्फ कागजी नहीं होनी चाहिए, बल्कि व्यवहारिक रूप से समाधान नजर आना चाहिए।

जनता ने जताई संतुष्टि पर धीमी कार्यवाही से असंतोष

कई फरियादियों ने मौके पर शिकायत के समाधान पर प्रशासन का आभार जताया, वहीं कुछ स्थानों पर देरी और गंभीरता की कमी को लेकर असंतोष भी सामने आया। जिलाधिकारी ने ऐसे मामलों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए दोबारा समीक्षा करने के संकेत दिए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा