Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पलामू, 11 जुलाई (हि.स.)। जिले के मोहम्मदगंज के स्टेशन रोड के एक होटल में काम करते समय चैनपुर के नाबालिग बच्चे की मौत हो गयी। उसे उल्टी हो रही थी। इलाज किया गया, लेकिन सुधार नहीं हुआ।
इस बीच उसका शव उसके घर लाकर छोड़ देने से आक्रोश भड़क गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और परिजन शुक्रवार एसपी कार्यालय पहुंचे और घटना की जानकारी ली। एसपी के निर्देश पर शव को पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भेजा गया। इस संबंध में एफआइआर दर्ज कराने की सलाह दी गयी है।
मृत बच्चे की पहचान बुढीवीर जयनगरा के शोभन उरांव का पुत्र पिंटू उरांव (15) के रूप में हुई है। पिंटू के अलावा स्व नन्हकू उरांव का पुत्र कुश (14) और स्व शिवनाथ उरांव का पुत्र रविन्द्र (12) को 19 जून को होटल में काम कराने के लिए मोहम्मदगंज ले जाया गया था। रामजी के होटल में तीनों काम कर रहे थे।
दो दिन पहले पिंटू को उल्टी हो रही थी। बेहतर इलाज नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गयी।
वहीं होटल मालिक ने गाड़ी में शव रखवा कर गांव भेजवा दिया। शव गांव पहुंचने पर परिजन और ग्रामीण उग्र हो गए। मारपीट की वजह से ड्राइवर गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। कई घंटे तक शव के गाड़ी में पड़े रहने पर परिजन और ग्रामीण एसपी से शिकायत करने उनके कार्यालय में पहुंचे और घटना की जानकारी दी।
मामले में जांच के निर्देश
एसपी ने बताया कि मारपीट के डर से ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गया था। उसे बुलाया गया और गाड़ी से शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस संबंध में परिजनों को एफआइआर दर्ज कराने की सलाह दी गयी है। वहीं पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों को मोहम्मदगंज भेजने में गांव के राजकुमार उरांव और बुढीवीर के सोनू चौरसिया ने परिजनों को बहला फुसला कर तैयार किया था।
परिजनों का नेतृत्व कर रहे भाकपा के जिला सचिव रूचिर तिवारी ने कहा कि पलामू में बाल तस्करी कराकर छोटे बच्चों से मजदूरी करायी जा रही है। बावजूद प्रशासन मौन है। चैनपुर के मामले में वहां के थाना प्रभारी बाल तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। बहला-फुसलाकर बच्चों से होटल सहित अन्य जगहों पर काम कराया जाता है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा होता है। उन्होंने बच्चे की मौत मामले की निष्पक्ष जांच और मुआवजा देने की मांग की है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार