अपहरण और फिरौती के मामले में 25 वर्षों से चल रहा था फरार, पुलिस ने किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, 11 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 25 वर्षों से फरार चल रहे आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित अपहरण और फिरौती के मामले में वांछित था। आरोपित सुनीत अग्रवाल उर्फ पप्पी उर्फ बबली को मुंबई के मलाड इलाके से गिरफ्तार किया गया है
पुलिस का लोगो


नई दिल्ली, 11 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 25 वर्षों से फरार चल रहे आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित अपहरण और फिरौती के मामले में वांछित था। आरोपित सुनीत अग्रवाल उर्फ पप्पी उर्फ बबली को मुंबई के मलाड इलाके से गिरफ्तार किया गया है।

मुंबई में आरोपित ज्वेलरी कारोबारी बन चुका था और आम नागरिक की तरह परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहा था।

पुलिस के मुताबिक वर्ष 2000 में गाजियाबाद निवासी श्रीनाथ यादव नामक व्यक्ति का अपहरण कर लिया गया था। आरोपित सुनीत अग्रवाल और उसके दो भाइयों ने मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया।

पीड़ित को पहले चांदनी चौक ले जाया गया, फिर कलकाजी के एक बंगले के बेसमेंट में बंद करके बेरहमी से पीटा गया।

उसके बाद उसे एक फ्लैट में बंद कर दिया गया और सिर पर रिवॉल्वर तानकर मालिक रामगोपाल को फोन कराने पर मजबूर किया गया।

आरोपी ने मालिक को सफदरजंग एयरपोर्ट ब्रिज पर पैसे लेकर आने को कहा।

जब फोन उठाने वाले ने खुद को पुलिसकर्मी बताया तो आरोपित ने धमकाया।

अंत में पीड़ित को तुगलक रोड पर फेंक दिया गया और धमकी दी गई कि अगर उसने किसी से कुछ कहा तो जान से मार दिया जाएगा।

उक्त मामले में कोतवाली थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर

तीनों आरोपित सुनीत अग्रवाल, पुनीत अग्रवाल और विनीत अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन सभी जमानत पर छूटने के बाद फरार हो गए।

15 अक्टूबर 2004 को अदालत ने तीनों को भगाेड़ा घोषित कर दिया।

पुलिस अधिकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम को वांछित अपराधियों पर नजर रखने का जिम्मा सौंपा गया था।

इसी क्रम में एसआई संदीप संधू को सूचना मिली कि सुनीत अग्रवाल मुंबई में एक कारोबारी के रूप में सक्रिय है। सूचना को पुख्ता कर आरोपित को उसकी दुकान से दबोच लिया।

पूछताछ में आरोपित ने बताया कि

उसने पिछले 25 वर्षों में कई बार अपनी पहचान, पते और मोबाइल नंबर बदले।

उसने जानबूझकर रिश्तेदारों और पुराने दोस्तों से सभी संबंध खत्म कर दिए ताकि कोई उसका पता न लगा सके।

2004 में मुंबई के ठाणे में शादी की और वहां एक ज्वेलरी फैक्ट्री में मजदूरी का काम किया।

बाद में उसने अपना कारोबार शुरू किया और अब एक स्थानीय व्यापारी संघ का सदस्य भी बन चुका था।

उसका बेटा मुंबई के कांदिवली स्थित ठाकुर कॉलेज में बिजनेस फाइनेंस की पढ़ाई कर रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी