कोटेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण मास के दूसरे दिन से शुरू होगी 11वीं भागवत कथा
प्रयागराज,11 जुलाई (हि.स.)। मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम द्वारा स्थापित कोटेश्वर महादेव शिवकुटी में श्रावण मास के दूसरे दिन 13 जुलाई से सात दिवसीय 11 वीं भागवत कथा शुरू हो रही है। कथा के पूर्व शुक्रवार शाम चार बजे भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। यह जान
मीडिया से वार्ता करते हुए कथावाचक बालशुक आचार्य देवव्रत महाराज का छाया चित्र


प्रयागराज,11 जुलाई (हि.स.)। मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम द्वारा स्थापित कोटेश्वर महादेव शिवकुटी में श्रावण मास के दूसरे दिन 13 जुलाई से सात दिवसीय 11 वीं भागवत कथा शुरू हो रही है। कथा के पूर्व शुक्रवार शाम चार बजे भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। यह जानकारी मीडिया से वार्ता करते हुए विश्व बंधुत्व प्रेम मिशन संस्थान प्रयागराज के सचिव सत्यव्रत शुक्ल व कथावाचक बालशुक आचार्य देवव्रत महाराज ने दी।

उन्होंने कहा कि भगवान राम के हाथ से स्थापित ​दो शिवलिंग है। एक रामेश्वरम और दूसरा प्रयागराज के पावन धरा पर स्थित कोटेश्वर महादेव है। जिसकी स्थापना भगवान राम ने लंका से वापस लौटने के बाद भरद्वाज मुनि का आशीर्वाद लेने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि राम पहले आप ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति पा ले उसके बाद मै आशीर्वाद दूंगा। इसके बाद भगवान राम ने गंगा स्नान किया और गंगा के रेत से एक करोड़ शिवलिंग को बनाया और उसे स्थापित कर दिया। जिससे इस मंदिर का नाम कोटेश्वर महादेव नाम पड़ गया। इस दौरान आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्रयागराज इसलिए भी सबसे महत्वपूर्ण है कि ब्रह्मा ने भी यहां शिव आराधना के लिए शिवलिंग की स्थापना किया। इसके साथ ही यह बताया कि शिव पुराण की उत्पत्ति भी प्रयागराज से हुई है।

उन्होंने बताया कि भागवत कथा से हमें जीवन जीने के अहम जानकारी मिलती है। कोटेश्वर महादेव में श्रावण मास में जलाभिषेक करने से एक करोड़ शिवलिंग के जलाभिषेक करने का पुण्य मिलता है। भगवत कथा 4 बजे से शुरू होकर 8 बजे तक चलेगी। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि इस मौके पर पहुंचकर भक्त पुण्य अर्जित करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल