शिव मृत्यु के देवता, अकाल मृत्यु पर दिलाते हैं विजय : देवकीनंदन महाराज
शिव मृत्यु के देवता, अकाल मृत्यु पर दिलाते हैं विजय : देवकीनंदन महाराज
महादेव का अभिषेक करते हुए देवकीनंदन महाराज एवं पार्थिव शिवलिंगों के साथ श्रद्धालुजन


श्रावण मास के पहले दिन शिव भक्तों ने बनाये एक लाख एक हजार पार्थिव शिवलिंग

मथुरा, 11 जुलाई(हि.स.)। वृन्दावन श्रावण मास में ब्रज की माटी से 21 लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं महाशिवपुराण कथा का प्रारम्भ हुआ । प्रयाग महाकुम्भ में भगदड़ के शिकार भक्तों, पहलगांव आतंकी हमले एवं अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मृतकात्माओं की शांति हेतु हजारों शिवभक्तों ने प्रार्थना करते हुये आयोजन का शुभारम्भ किया । सनातन न्यास फाउन्डेशन अध्यक्ष देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज ने दिवंगत आत्माओं को समर्पित करते हुये रूद्राभिषेक कर शिवकथा का वाचन किया ।

शुक्रवार को छटीकरा मार्ग स्थित ठा0 श्रीप्रियाकान्तजु मंदिर पर श्रावण मास के प्रथम दिवस शिवभक्तों ने भजन श्रवण करते हुये ब्रज की माटी से एक लाख एक हजार पार्थिव शिवलिंग बनाये । देवकीनंदन महाराज के साथ सभी भक्तों ने मंत्रोच्चारण के मध्य दूध, दही, बेलपत्र, पुष्पादि से रूद्राभिषेक किया । इससे पूर्व प्रियाकान्तजु मंदिर गर्भगृह से कथा स्थल तक कलश यात्रा निकाली गयी ।

शांति सेवा सभागृह में शिवमहापुराण श्रवण कराते हुये देवकीनंदन महाराज ने कहा कि भगवान शिव मृत्यु के देवता हैं । शिव का अनुष्ठान, अभिषेक, कथा अकाल मृत्यु को टालकर जीवन की दषा सुधार देते हैं । जो अकाल मृत्यु को प्राप्त हो गये हैं ऐसे परिजनों की आत्माओं को शांति प्रदान करने वाले भूतभावन भोलेनाथ का अभिषेक कन्हैया की नगरी में हो रहा है ।

उन्होंने कहा कि भक्त जिस भाव से शिवकथा श्रवण करता है, भोलेनाथ उस भाव को अवष्य ही पूर्ण करते हैं । श्रावण मास में प्रतिदिन शिव पिण्डी पर जलाभिषेक कर बेलपत्र चढ़ाने से शिव की कृपा प्राप्त होती है । एक बेलपत्र अर्पित करने से तीन जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं । आयोजन सचिव विजय शर्मा ने बताया कि वर्ष 2025 में प्रयाग महाकुंभ, पहलगांव हमला एवं अहमदाबाद विमान दुर्घटना जैसे दुखद हादसों में बड़ी संख्या में मानवीय क्षति हुई है । इनमें कई लोगों के शरीर तक अंतिम संस्कार के लिये प्राप्त नहीं हुये । विश्व शांति सेवा मिशन एवं सनातन न्यास फाउन्डेशन द्वारा ऐसी दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये श्रीधाम वृन्दावन में शिव अराधना की जा रही है । इसमें प्रातः 7 बजे ब्रज की माटी से शिवलिंग निर्माण कर 11 बजे उनका अभिषेक किया जाता है । इसके पश्चात देवकीनंदन महाराज द्वारा शिवमहापुराण कथा श्रवण कराकर सभी पार्थिव शिवलिंगों का विर्सजन किया जाता है । मुख्य यजमान नरेश कुमार गर्ग, आदित्य गर्ग, सह यजमान ममता सतीश गर्ग, सुरेश गोयल, अजय मिश्रा, रानी अवस्थी, श्यामसुन्दर सुन्दर शर्मा आदि उपस्थित रहे ।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार