प्रदेश में चिकित्सा सेवा में पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल अव्वल, पांच वर्षों में स्थापित किया कीर्तिमान
वाराणसी, 11 जुलाई (हि.स.)। पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय ने चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्ष 2021 से लगातार और विशेष रूप से वर्ष 2025 में अस्पताल ने प्रदेश भर में आमजन को नि:शुल्क और गुणवत
प्रदेश में चिकित्सा सेवा में पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल अव्वल, पांच वर्षों में स्थापित किया कीर्तिमान


वाराणसी, 11 जुलाई (हि.स.)। पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय ने चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्ष 2021 से लगातार और विशेष रूप से वर्ष 2025 में अस्पताल ने प्रदेश भर में आमजन को नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा प्रदान कर अग्रणी स्थान हासिल किया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार के नेतृत्व में अस्पताल की टीम ने उल्लेखनीय सेवाएं दी हैं। अस्पताल ने जनमानस की सेवा में खुद को समर्पित करते हुए बीते पाँच वर्षों में लाखों मरीजों को मुफ्त उपचार उपलब्ध कराया। डॉ. बृजेश कुमार ने बताया कि वर्ष 2021 से 2025 तक ओपीडी सेवाओं में 11,25,590 मरीजों का उपचार किया गया, जबकि इनडोर मरीजों की संख्या 58,684 रही। इसी अवधि में 1,29,386 मरीजों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से घर बैठे नि:शुल्क परामर्श दिया गया।

डायलिसिस सुविधा के अंतर्गत 60,958 मरीजों को मुफ्त इलाज मिला, जबकि एनसीडी (गैर-संचारी रोग) क्लीनिक के माध्यम से 86,088 मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रसित मरीजों को परामर्श के साथ मुफ्त औषधियाँ दी गईं।

—डायग्नोस्टिक सेवाओं में भी अस्पताल ने अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की

पैथोलॉजिकल और डायग्नोस्टिक सेवाओं में भी अस्पताल ने अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की। कुल 73,33,635 पैथोलॉजी जांचें, 1,85,456 एक्स-रे, 69,947 सीटी स्कैन, और 58,915 अल्ट्रासाउंड किए गए। इसके अलावा, सरकार की ‘आभा आईडी’ योजना के तहत 5,40,250 डिजिटल रजिस्ट्रेशन हुए, जिसमें वर्ष 2025 में अब तक 1,37,000, और जुलाई माह में 10,200 रजिस्ट्रेशन शामिल हैं।

— 10 बेड का विशेष कांवड़िया वार्ड

डॉ. कुमार ने बताया कि सावन मास के दौरान काशी में उमड़ने वाली शिवभक्तों की भीड़ को देखते हुए अस्पताल में 10 बेड का विशेष कांवड़िया वार्ड भी संचालित किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तत्काल और बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी