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दुमका, 11 जुलाई (हि.स.)। राजकीय श्रावणी मेला के पहले दिन बाबा बासुकीनाथ धाम में पहले दिन शुक्रवार को खबर लिखे जाने तक 38 हजार 925 श्रद्धालुओं ने बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण किया।
रुट लाइन से 34690, शीघ्र दर्शनम से 1950 और जलार्पण काउंटर से 2285 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। शीघ्र दर्शनम से 5,85,000 रुपये, गोलक से 2,57,400 रुपये और गोलक से चांदी 2350 ग्राम प्राप्त हुए।
वहीं उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने बासुकीनाथ मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और दर्शन प्रक्रिया से जुड़े सभी बिंदुओं की बारीकी से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उपायुक्त ने विशेष रूप से मेला क्षेत्र में बनाए गए अस्थायी पुलिस आउट पोस्ट (ओपी) का निरीक्षण कर ओपी में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को अपने कर्तव्यों के प्रति पूर्णतः सजग और जिम्मेदार रहने का निर्देश दिया।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि कोई भी पदाधिकारी या जवान अपने कर्तव्य स्थल को तब तक न छोड़ें, जब तक उनके स्थान पर उनका सहयोगी उपस्थित न हो जाए। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला में लाखों श्रद्धालु देश के विभिन्न हिस्सों से आते हैं। इसलिए उनकी सुविधा और सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने रूट लाइन में दर्शन के लिए आये श्रद्धालुओं से बातचीत की। श्रद्धालुओं ने प्रशासन की व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। हमें बहुत ही आसानी और शांति के साथ पूजा करने का अवसर मिला। इस प्रतिक्रिया से उपायुक्त ने मौके पर मौजूद कर्मियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें इसी तरह कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया।
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मेला क्षेत्र की निरंतर निगरानी करते रहें और किसी भी प्रकार की परेशानी की सूचना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने मेला क्षेत्र में लगे सूचना केंद्रों और नियंत्रण कक्षों को पूरी सक्रियता से कार्य करने का निर्देश दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / नीरज कुमार