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भोपाल, 11 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश ग्रामीण जल जीवन मिशन में देश के समक्ष उदाहरण बन गया है। शुक्रवार को जल जीवन मिशन के अंतर्गत दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में ग्रामीण जल आपूर्ति योजनाओं की संचालन एवं अनुरक्षण नीति पर विचार-विमर्श हुआ। मुख्य सत्र में मप्र लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने जल जीवन मिशन में मध्य प्रदेश द्वारा अपनाए गए डेटा-संचालित सुधारों पर केंद्रित प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि राज्य में योजनाओं के सतत संचालन के लिए तकनीकी दक्षता, ग्रामीण समुदायों की भागीदारी और सेवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया है।
प्रमुख सचिव नरहरि ने बताया कि ओ एंड एम पालिसी' को प्रभावी बनाने के लिए राज्य ने संपर्क-समस्या-समाधान की स्पष्ट प्रणाली विकसित की है, जिससे सेवा में निरंतरता बनी रहती है। कार्यशाला में मध्य प्रदेश जल निगम के प्रबंध संचालक केवीएस चौधरी ने राज्य के तकनीकी दृष्टिकोण और फील्ड लेवल अनुभव साझा किए।
कार्यशाला में मध्य प्रदेश के प्रयासों की अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों द्वारा सराहना की गई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संचालन और अनुरक्षण नीति को मजबूत करने के लिए राज्यों के बीच सहयोग और नवाचार साझा करना समय की मांग है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर