Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
सावन के महीने में बड़ी संख्या में जलाभिषेक करने के लिए उमड़ते हैं श्रद्धालु
सीएम बनने से पहले मढिया मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कराने के आंदोलन से जुड़े थे योगी,कराया कायाकल्प
झांसी, 11 जुलाई (हि.स.)। सावन के महीने में झांसी के मढिया महादेव मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन और जलाभिषेक करने के लिए उमड़ती है। यह मंदिर लंबे समय तक अतिक्रमण की चपेट में था और सीएम बनने से पूर्व योगी आदित्यनाथ इस मंदिर को मुक्त कराने के आंदोलन से जुड़े थे। सीएम बनने के बाद सीएम योगी ने इस मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ ही इस स्थान के विकास के लिए काम शुरू कराया। अब इस मंदिर पर सावन के महीने में रौनक देखते ही बनती है।
वर्ष 2021 में मढिया महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। पर्यटन विभाग ने इस स्थान पर मूलभूत सुविधाओं के विकास पर 46.49 लाख रूपये खर्च किए और इसका कायाकल्प किया। मंदिर के पिछले हिस्से में एक सड़क का निर्माण कराया गया है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव अभियान में झांसी पहुंचे सीएम योगी ने इस मंदिर में जलाभिषेक किया था। हर वर्ष सावन के महीने में इस मंदिर पर भव्य जलाभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
मंदिर का इतिहास यह है कि इसका निर्माण गुसाई संतों ने करवाया था, जिनका कुछ समय झांसी पर शासन भी रहा। बाद में रानी लक्ष्मीबाई जब झांसी पहुंची तो वे हर सोमवार को इस मंदिर में जलाभिषेक करने आती थीं। अंग्रेजों ने उन्हें यहां से गिरफ्तार करने की योजना बनाई, जिसकी भनक लग जाने पर रानी ने यहां आना बंद कर दिया। रानी लक्ष्मीबाई और अंग्रेजों के बीच हुए युद्ध के दौरान तोप के कुछ गोले मंदिर पर गिरे थे, जिनके चिह्न आज भी मंदिर पर देखने को मिलते हैं।
मंदिर के पुजारी रामेश्वर प्रसाद उपाध्याय बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने 50 लाख रुपए खर्च कर इस मंदिर की दुर्दशा ठीक कराई। यहां जो अराजकता होती थी, उसे भी बिल्कुल शांत कर दिया गया है। सावन के महीने में प्रशासन पूरी तरह चुस्त है। यहां सावन में कांवड़िया कांवड़ लेकर आते हैं। उनकी सुविधा के लिए नया रास्ता बनाया है। सीएम योगी ने मंदिर को पीएसी की सुरक्षा प्रदान की है जो चौबीस घंटे मंदिर की सुरक्षा में रहते हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया