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जयपुर, 11 जुलाई (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री दीया कुमारी ने कहा है कि राजस्थान में पर्यटन विभाग की ओर से राज्य पर्यटन पुरस्कार शुरू किए जाएंगे। जिसमें पर्यटन के क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में टूरिज्म पॉलिसी, टूरिज्म यूनिट पॉलिसी, फिल्म पॉलिसी की तरह रेस्पॉन्सीबल टूरिज्म पॉलिसी बनाने की सम्भावना पर काम किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने राजस्थान पर्यटन विभाग के सहयोग से शुक्रवार को जयपुर के एक होटल में भारतीय जिम्मेदार पर्यटन राज्य पुरस्कार राजस्थान 2025 के तीसरे संस्करण के आयोजन के अवसर पर अपने सम्बोधन में उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यावरण संरक्षण व पर्यटन विकास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। पानी, बिजली और वृक्षों को बचाने के लिए अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव लाने होंगे।
दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान की पहचान पर्यटन से गहराई से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि हम इस ज़िम्मेदारी का गर्व से सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि 2024 में राजस्थान ने 23 करोड़ से ज़्यादा घरेलू यात्रियों और 21 लाख विदेशी पर्यटकों का राजस्थान आगमन हुआ। जिससे राजस्थान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या के हिसाब से भारत में पांचवां सबसे अधिक पर्यटकों द्वारा भ्रमण किया जाने वाला राज्य बन गया है। उन्होंने इस आयोजन का हिस्सा बनने पर खुशी जताते हुए कहा कि जिम्मेदार पर्यटन एक सशक्त विचार का जश्न मनाता है, समावेशिता और हमारे लोगों व हमारे पर्यावरण के प्रति सम्मान पर आधारित पर्यटन आज के समय की आवश्यकता है।
दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान में हर किले का जीर्णोद्धार, हर सड़क का निर्माण और हर सांस्कृतिक स्थल का प्रचार-प्रसार करना लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हमें राजस्थान में विश्वस्तरीय, पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और सांस्कृतिक रूप से संरक्षित बुनियादी ढाँचा तैयार करना है। इस वर्ष के बजट में 5,000 करोड़ का पर्यटन अवसंरचना और क्षमता निर्माण कोष (आरटीआईसीएफ) की व्यवस्था की है। महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। जिसके अनुरूप, हम पर्यटन में महिलाओं की भूमिका का विस्तार कर रहे हैं, जिसमें होमस्टे का प्रबंधन भी शामिल है।
तीज महोत्सव पर लहरिया पहनने का संदेश देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सावन और लहरिया हमारी संस्कृति की पहचान हैं। सभी महिलाओं को इसे अपनाना चाहिए और सोशल मीडिया पर भी इसका प्रचार करना चाहिए।
विजेताओं की दी बधाई—
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने पुरस्कार विजेता को हार्दिक बधाई दी और आतिथ्य के साथ-साथ विरासत को भी महत्व देने वाले पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने में मदद करने वाले प्रत्येक व्यक्ति और संगठन के प्रति भी आभार जताया।
प्रमुख शासन सचिव पर्यटन, कला संस्कृति, पुरातत्व एवं अध्यक्ष आरटीडीसी राजेश यादव ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेश की अमूर्त धरोहरों को सहेजने की दिशा में अहम कदम है। राजस्थान देशी व विदेशी पर्यटकों के लिए खासा मुकाम रखता है। उन्होंने कहा कि देशी-विदेशी पर्यटकों को अब हैरिटेज टूरिज्म के साथ ही अनुभवात्मक और नए पर्यटन स्थलों को देखने इच्छा भी रहती है। उन्होंने कहा की इंडियन रेस्पॉस्बिल स्टेट टूरिज्म अवार्ड की थीम राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा किए जा रहे कामों के साथ सटीक बैठती है।उन्होंने पर्यटक स्टेक होल्डर्स को आश्वस्त किया की राज्य सरकार व पर्यटन विभाग उनके साथ हर कदम पर है, जिससे राजस्थान को वैश्विक पर्यटक मानचित्र पर अव्वल स्थान पर स्थापित किया जा सके।
आयुक्त पर्यटन रूक्मिणि रियार ने इस अवसर पर कहा कि आज के आयोजन के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश है कि राजस्थान केवल दर्शनीय स्थल ही नहीं, बल्कि जिम्मेदार और सतत पर्यटन की दिशा में अग्रसर एक प्रेरणादायी मॉडल बन चुका है। यह मंच न केवल स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को प्रोत्साहित करता है, बल्कि पर्यटन के माध्यम से सतत विकास की ओर ठोस पहल भी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संदीप