एमडीयू में शुल्क के विरोध में इनसो कार्यकर्ता रजिस्ट्रार कार्यालय में घुसे
कॉलेजों के छात्र यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर छात्र ही नहीं , एलुमनी फीस लेना गलतः दीपक मलिक रोहतक, 11 जुलाई (हि.स.)। इनसो छात्र संगठन ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर थोपे जा रहे विभिन्न अनुचित शुल्क के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
मांगों को लेकर एमडीयू में ज्ञापन सौंपते छात्र। निस


कॉलेजों के छात्र यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर छात्र ही नहीं , एलुमनी फीस लेना गलतः दीपक मलिक

रोहतक, 11 जुलाई (हि.स.)। इनसो छात्र संगठन ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर थोपे जा रहे विभिन्न अनुचित शुल्क के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इनसो छात्र नेता दीपक मलिक के नेतृत्व में छात्र विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे और रजिस्ट्रार से मिलने की प्रतीक्षा करते रहे। लेकिन जब यह स्पष्ट हुआ कि रजिस्ट्रार किसी बैठक में व्यस्त हैं और छात्र प्रतिनिधिमंडल से मिलने नहीं आ रहे, तो इनसो कार्यकर्ता सीधे रजिस्ट्रार कार्यालय में घुस गए और बैठक स्थल तक पहुंचकर प्रशासन से जवाबदेही की मांग की। डीएसडब्ल्यू प्रो. सपना गर्ग, पीआरओ डॉ. रणदीप राणा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे।एमडीयू के रजिस्ट्रार समेत मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों ने छात्रों से बातचीत की और छात्रों ने ज्ञापन सोपा ।

रूपये 500 एलुमनी फीस कॉलेज के छात्र विश्वविद्यालय के एलुमनी नहीं होते, फिर भी उनसे यह शुल्क वसूला जा रहा है, रूपये 60 आऊटरीच फीस जबकि कॉलेज स्तर पर कोई आउटरीच प्रोग्राम संचालित नहीं होता, हर साल 10 प्रतिशत फीस वृद्धि व लगातार फीस बढ़ोतरी छात्रों पर आर्थिक बोझ डाल रही है। इनसो छात्र नेता दीपक मलिक ने कहा जब छात्र विश्वविद्यालय के डायरेक्ट छात्र ही नहीं हैं, तो उनसे यूनिवर्सिटी स्तर की एलुमनी और आउटरीच फीस वसूलना पूरी तरह गलत है। ये निर्णय छात्रों से बिना राय लिए थोपे जा रहे हैं, जो शिक्षा के लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।” इनसो छात्र नेता दीपक मलिक ने कहा की हर साल विश्वविद्यालय 10 प्रतिशत फीस बढ़ोतरी कर रहा है जो की अनैतिक है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे इनसो छात्र नेता दीपक मलिक ने ने प्रशासन को चेतावनी दी प्रशासन छात्रों के साथ ज्यादती कर रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ज्ञापन प्राप्त कर लिया है और छात्रों को सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया है। इनसो ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि छात्रों की मांगों को समय पर नहीं माना गया, तो अगला कदम तेज और राज्यव्यापी आंदोलन होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल