ग्वालियरः जिले में भी विश्व जनसंख्या स्थिरता माह की गतिविधियां शुरू
- 11 अगस्त तक मनाया जायेगा विश्व जनसंख्या स्थिरता माह, कलेक्टर ने प्रभावी ढंग से सेवाएँ उपलब्ध कराने के दिए निर्देश ग्वालियर, 11 जुलाई (हि.स.)। ग्वालियर जिले में भी विश्व जनसंख्या स्थिरता माह मनाया जा रहा है। विश्व जनसंख्या दिवस पर शुक्रवार से जनसंख
विश्व जनसंख्या दिवस (प्रतीकात्मक तस्वीर)


- 11 अगस्त तक मनाया जायेगा विश्व जनसंख्या स्थिरता माह, कलेक्टर ने प्रभावी ढंग से सेवाएँ उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

ग्वालियर, 11 जुलाई (हि.स.)। ग्वालियर जिले में भी विश्व जनसंख्या स्थिरता माह मनाया जा रहा है। विश्व जनसंख्या दिवस पर शुक्रवार से जनसंख्या स्थिरता माह की गतिविधियाँ शुरू हुई हैं, जो 11 अगस्त तक जारी रहेंगीं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जन-जागरण के साथ-साथ जनसंख्या स्थिरता माह की सभी गतिविधियों को सुव्यवस्थित ढंग से अंजाम देने की हिदायत विभागीय अधिकारियों को दी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि इस साल 11 जुलाई से 11 अगस्त की अवधि को विश्व जनसंख्या स्थिरता माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाएं मुख्य रूप से आधुनिक लघुकालीन और दीर्घकालीन गर्भ निरोधकों, स्थायी तरीकों, संदेशों, परामर्श और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा। इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस अभियान का नारा है माँ बनने की उम्र वही जब तन और मन की तैयारी सही । उन्होंने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जन जागरूकता लाने के लिये व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जायेगा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण माह के दौरान जिले की समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में आशा, एएनएम, एलएचव्ही, सीएचओ, ग्रामीण आशाओं के द्वारा नारे लेखन का कार्य, एएनएम एवं आशा द्वारा लक्ष्य दंपति सर्वे पूर्ण किये जा रहा है। इस आधार पर स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिये हितग्राहियों की पहचान कर घर-घर तक गर्भ निरोधक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। इसकी जवाबदेही बीपीएम, बीसीएम बीईई को दी गई है।

इसी तरह समस्त शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं से जुड़ीं आशा, एएनएम द्वारा रैली व नारे लेखन का काम किया जायेगा। साथ ही एएनएम एवं आशा द्वारा लक्ष्य दंपत्ति सर्वे कर स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिए हितग्राहियों की पहचान कर घर-घर तक गर्भ निरोधक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। इसके लिए शहरी क्षेत्र की जवाबदेही एपीएम, बीसीएम अर्बन, एलडीसीएमआईएस को दी गई है। आरबीएसके वाहनों पर मेगा फोन लगवाकर उसके मध्यम से विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण माह का प्रचार प्रसार भी कराया जायेगा।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि स्थिरीकरण माह के दौरान निश्चित सेवा प्रदायगी शिविर लगाये जायेंगे। जिसमें महिला व पुरुष नसबंदी के साथ-साथ परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने बताया कि इन सेवा प्रदायगी शिविरो में पुरुष - महिला नसबंदी कराने वाले हितग्राहियों को एवं प्रेरकों को निश्चित राशि भी दी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर