बलरामपुर : आरसेटी के माध्यम से मिलेगा 30 दिवसीय निःशुल्क राजमिस्त्री प्रशिक्षण
बलरामपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत चल रहे 55 हजार से अधिक निर्माणाधीन आवासों को गति देने के लिए जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण पहल की है। आवास निर्माण में कुशल राजमिस्त्रियों की कमी के कारण आ रही बाधा को दूर
आरसेटी के माध्यम से मिलेगा 30 दिवसीय निःशुल्क राजमिस्त्री प्रशिक्षण


बलरामपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत चल रहे 55 हजार से अधिक निर्माणाधीन आवासों को गति देने के लिए जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण पहल की है। आवास निर्माण में कुशल राजमिस्त्रियों की कमी के कारण आ रही बाधा को दूर करने के लिए कलेक्टर राजेन्द्र कटारा के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर के मार्गदर्शन में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के माध्यम से राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

इस पहल के तहत, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) में महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं या उनके परिवार के सदस्य, महात्मा गांधी मनरेगा योजना अंतर्गत 100 दिवस पूर्ण किये मजदूर एवं अन्य इच्छुक ग्रामीण युवाओं को राजमिस्त्री के कार्य का 30 दिवसीय निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से जहां एक ओर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे घरों के निर्माण कार्य में तेजी आएगी वहीं दूसरी ओर स्थानीय युवाओं को कौशल प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया का रहा है ताकि वे अपने ही क्षेत्र में बेहतर रोजगार प्राप्त कर सकें।

उल्लेखनीय है कि, प्रधानमंत्री आवास योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओ में से एक है, जिसके तहत निम्न वर्गीय परिवार को पक्का आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। जिले में वर्तमान में 55 हजार से अधिक आवासों का निर्माण विभिन्न चरणों में है, किंतु कुशल कारीगरों, विशेषकर राजमिस्त्रियों की कमी के कारण निर्माण की गति प्रभावित हो रही थी। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर ही कुशल कामगार तैयार करने की रणनीति अपनाई है।

इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर ने बताया कि, हमारा लक्ष्य है कि योजना के सभी आवास समय-सीमा में और गुणवत्ता के साथ पूरे हो। राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम से जहां आवासों का निर्माण तेज होगा, वहीं दूसरी तरफ हमारे ग्रामीण युवाओं को अपने ही गांव में रोजगार मिलेगा जिससे उनका आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा।

जिला प्रशासन ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में अधिक से अधिक युवाओं से लाभ उठाने की अपील की है, ताकि वे न केवल एक नया कौशल सीख सकें, बल्कि जिले के विकास में भी अपना बहुमूल्य योगदान दे सकें।प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ने इच्छुक युवा अधिक जानकारी के लिए अपने ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत अथवा सीधे ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी), बलरामपुर में संपर्क कर सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय