लाधू पंपोर में 35 वर्षों के बाद मनाई गई व्यास पूर्णिमा
पुलवामा, 10 जुलाई (हि.स.)। भावना, श्रद्धा, सद्भाव और आशा से ओतप्रोत स्थानीय पंडित समुदाय आज 35 वर्षों के अंतराल के बाद श्री जीवन साहिब लाधू, पंपोर में व्यास पूर्णिमा मनाने के लिए एकत्रित हुआ। इस कार्यक्रम में पूज्य संत स्वामी जीवन साहिब जी के निर्वाण
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पुलवामा, 10 जुलाई (हि.स.)। भावना, श्रद्धा, सद्भाव और आशा से ओतप्रोत स्थानीय पंडित समुदाय आज 35 वर्षों के अंतराल के बाद श्री जीवन साहिब लाधू, पंपोर में व्यास पूर्णिमा मनाने के लिए एकत्रित हुआ। इस कार्यक्रम में पूज्य संत स्वामी जीवन साहिब जी के निर्वाण दिवस का भी स्मरण किया गया और इसका आयोजन स्वामी जीवन साहिब बारादरी धार्मिक ट्रस्ट द्वारा किया गया।

इस कार्यक्रम में पारंपरिक पूजा और हवन के साथ-साथ पाठ और भक्ति भजन भी शामिल थे। इस कार्यक्रम ने समुदाय को अपने मूल स्थान से फिर से जुड़ने और लंबे समय से चली आ रही धार्मिक परंपराओं को पुनर्जीवित करने का अवसर प्रदान किया।

स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने अपने लंबे समय से बिछड़े पड़ोसियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और कश्मीरियत की चिरस्थायी भावना को पुनर्जीवित किया। दोनों बिरादरियों के वरिष्ठजनों ने सद्भाव, उत्सव और एकजुटता के दिनों को याद करते हुए साझा मानवता और आपसी सम्मान से ओतप्रोत उस समय की यादें ताज़ा कीं।

पंडित बिरादरी के वरिष्ठ सदस्यों ने इस आयोजन को सुगम बनाने और इसके सुचारू संचालन के लिए जिला प्रशासन का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्थानीय समुदाय के आतिथ्य और भागीदारी की भी गहरी सराहना की जिसे उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव और आपसी सम्मान का एक आश्वस्त करने वाला प्रतिबिंब बताया।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह