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उज्जैन, 10 जुलाई (हि.स.)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शुक्रवार, 11 जुलाई से भस्मार्ती का समय बदलेगा। यह परिवर्तन 18 अगस्त तक चलेगा। ऐसा श्रावण-भादौ मास के चलते होगा। बाबा महाकाल भक्तों के लिए आम दिनों की अपेक्षा जल्दी जागेंगे।
महाकाल मंदिर के पुजारी दिलीप गुरू ने बताया कि श्रावण-भादौ मास के 39 दिन प्रत्येक रविवार को अर्धरात्रि में 2.30 बजे तथा सप्ताह के शेष दिनों में रात्रि तीन बजे मंदिर के पट खुलेंगे। इसके पश्चात भस्मार्ती होगी। उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर भगवान की पूजन परंपरा अनुसार वर्षभर प्रतिदिन तडक़े चार बजे मंदिर के पट खुलते हैं। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती होती हैं, लेकिन श्रावण-भादौ मास में मंदिर के पट जल्दी खोले जाते हैं। देशभर से आने वाले भक्तों में भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन की प्रबल इच्छा रहती है, लेकिन मंदिर में स्थान समिति होने के कारण प्रतिदिन मात्र 1500 से 1700 भक्तों को ही भस्म आरती दर्शन की अनुमति मिल पाती है।
सुबह 6 से रात 9 बजे तक मिलेगी शीघ्र दर्शन सुविधा
श्रावण-भाद्रपद मास में हजारों भक्त मंदिर पहुंचते हैं, इसलिए अधिक संख्या में भक्तों को भस्म आरती के दर्शन कराने के लिए चलायमान दर्शन व्यवस्था लागू की जाती है। इस व्यवस्था से हजारों भक्त बिना किसी परेशानी के भस्म आरती के दर्शन कर सकते हैं। श्रावण-भाद्रपद मास में भगवान महाकाल के शीघ्र व सुलभ दर्शन के लिए भक्त 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट सुविधा का लाभ ले सकते हैं। सावन-भादौ मास में सुबह 6 से रात 9 बजे तक भक्त शीघ्र दर्शन सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल