देश को दिशा दे सकता है मत्स्य पूजक समाज: जयंती भाई केवट
लखनऊ,10 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय मछुआरा किसान दिवस के अवसर पर गुरूवार को सहकारिता भवन के चौधरी चरण सिंह सभागार में सहकार भारती के मत्स्य सहकारी प्रकोष्ठ का प्रादेशिक सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन के मुख्य अतिथि सहकार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री दीपक
सहकार भारती के सम्मेलन को संबोधित करते जयंती भाई केवट


लखनऊ,10 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय मछुआरा किसान दिवस के अवसर पर गुरूवार को सहकारिता भवन के चौधरी चरण सिंह सभागार में सहकार भारती के मत्स्य सहकारी प्रकोष्ठ का प्रादेशिक सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन के मुख्य अतिथि सहकार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री दीपक चौरसिया व प्रदेश अध्यक्ष अरूण सिंह ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर बोलते हुए सहकार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री दीपक चौरसिया ने कहा कि सहकारिता एक ऐसा ही माध्यम है जो सामूहिक रूप से समाज को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करता है। सहकार भारती एक ऐसा संगठन है जो सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए वर्गों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।’’

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सहकार भारती के मत्स्य सहकारी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रमुख जयंती भाई केवट ने कहा कि मत्स्य पूजक समाज देश को दिशा दे सकता है। भगवान वेदव्यास मत्सयगंधा के पुत्र थे। हम भगवान राम को गंगा पार कराने वाले हैं। हम राम जी के साथ चलने वाले हैं। हम लहरों पर चलने वाले लोग हैं। जहां लहरें हैं वहां जीवन है। जहां मछली है वहां मछुआरा है। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन गौरवपूर्ण कार्य है। हमें देश में नीली क्रान्ति लानी है।

मत्स्यक पूजक समाज के लोग स्वाभिमान के साथ अपने जीवन को समृद्धि बनाने के लिए अपने पारंपरिक व्यवसाय को सामूहिक रूप से संगठित होकर सहकारिता के माध्यम से कार्य करते हैं तो आर्थिक व सामाजिक रूप से मजबूत होंगे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार सिंह ने कहा आर्थिक और सामाजिक रूप से जिनकी स्थिति ठीक नहीं है ऐसे लोगों को आर्थिक और सामाजिक स्वालंबी बनाने की दिशा में सन् 1978 में दूर दृष्टि रखने वाले लक्ष्मण राव इनामदार ने सहकारिता का गठन किया था। आज देश भर में 28 राज्यों के 650 जिले में सहकार भारती कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख मत्स्य किसानों को रोजगार मिल रहा है यह सहकारिता का ही देन है।’

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि रमेश गौड़ सदस्य पिछड़ा वर्ग आयोग, वीरू साहनी अध्यक्ष मत्स्यजीवी सहकारी संघ लि0 उ0प्र0 उपस्थिति रहें।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र को प्रदेश उपाध्यक्ष सहकार भारती उा0प्र डी0पी0पाठक, नागेन्द्र सिंह, उप निदेशक, एन0सी0डी0सी0, राम अवध उप निदेशक मत्स्य विभाग मुख्यालय लखनऊ और डॉ0 ताराचंद कुमावत वैज्ञानिक आईसीएआर-एनबीएफजीआर आदि ने सम्बोधित किया।

मंच का संचालन अभिनव कश्यय एवं हरवंश सिंह ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन