इंदौर: पुलिसकर्मी ने ट्रेन के सामने कूदकर की जान, बीमारी के चलते तनाव में थे
इंदौर, 10 जुलाई (हि.स.)। शहर के लसूड़िया थाना इलाके में प्रधान आरक्षक ने गुरुवार दाेपहर काे ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि वाे बीमारी से ग्रस्त थे जिसके चलते तनाव में थे। वह बीते कुछ दिनों से ड्यूटी से गैर हाजिर भी थे। घटना
मृतक प्रधान आरक्षक जितेंद्र चौहान


इंदौर, 10 जुलाई (हि.स.)। शहर के लसूड़िया थाना इलाके में प्रधान आरक्षक ने गुरुवार दाेपहर काे ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि वाे बीमारी से ग्रस्त थे जिसके चलते तनाव में थे। वह बीते कुछ दिनों से ड्यूटी से गैर हाजिर भी थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। फिलहाल लसुड़िया थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

टीआई तारेश सोनी ने बताया कि घटना कैलाद हाला इलाके की है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जितेंद्र चौहान पिछले दो वर्षों से कैंसर और शुगर की बीमारी से जूझ रहे थे और उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। इससे वह मानसिक तनाव में रहते थे। गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे रेलवे ट्रैक पर उनका शव पड़ा मिला। किसी व्यक्ति के ट्रेन से कटने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जितेंद्र की शिनाख्त की। वे थोड़ी देर में आने का कहकर घर से निकले थे। बताया जा रहा है कि जितेंद्र सिंह ने ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

मृतक प्रधान आरक्षक पहले सेन्ट्रल कोतवाली थाने में पदस्थ थे और जावरा कंपाउंड क्षेत्र में रहते थे। बाद में वह स्कीम नंबर 114 में शिफ्ट हो गए थे। कुछ समय पहले उनका तबादला जोन 2 में हुआ था और डीसीपी एसआईटी टीम में भी सेवा दी थी। इसके बाद उनका ट्रांसफर कनाड़िया थाने में हुआ, लेकिन वहां वह केवल 10 दिन ही काम कर सके। बीमारी के चलते उन्होंने पुलिस लाइन में तबादला करा लिया था और छुट्टी पर चले गए थे। जितेंद्र चौहान अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए मॉर्चुरी भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे