किसानों की लागत घटाकर उनकी उत्पादकता को बढ़ाना राज्य सरकार की है प्राथमिकता : जिलाधिकारी
कानपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। किसानों की लागत घटाकर उनकी उत्पादकता को बढ़ाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हमें ऐसे ठोस प्रयास करने होंगे, जिससे किसान न्यूनतम लागत में अधिकतम उत्पादन कर सकें और उनकी आय में निरंतर वृद्धि सुनिश्चित हो सके। महानगर में कृषि
कार्यक्रम के दौरान लिया गया छाया चित्र


कानपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। किसानों की लागत घटाकर उनकी उत्पादकता को बढ़ाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हमें ऐसे ठोस प्रयास करने होंगे, जिससे किसान न्यूनतम लागत में अधिकतम उत्पादन कर सकें और उनकी आय में निरंतर वृद्धि सुनिश्चित हो सके। महानगर में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा आधुनिक तकनीकों और नई खोजों के माध्यम से कृषि को उन्नत बनाने का कार्य निरंतर किया जा रहा है, जो हमारे जनपद और प्रदेश के लिए गर्व की बात है। यह बातें गुरुवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कही।

चन्द्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के लालबहादुर शास्त्री कृषक भवन सभागार में खरीफ उत्पादकता

गोष्ठी-2025 का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा विधायक नीलिमा कटियार मौजूद रही। नीलिमा कटियार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते मौसम की चुनौतियों का सामना करने के लिए किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करना होगा। वर्तमान समय में खेती केवल परंपरागत तरीकों से संभव नहीं है, बल्कि बदलते जलवायु परिवेश के अनुरूप तकनीकी नवाचारों को अपनाना आवश्यक है, ताकि फसलों की उपज पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े और उत्पादकता में वृद्धि हो सके। आगे उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर भारतीय कृषि और किसानों की विशेष पहचान है। हमें नवीनतम अनुसंधानों और तकनीकों को अपनाते हुए अपनी खेती को और अधिक उन्नत बनाना है, ताकि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी हमारे किसान सशक्त बन सकें और उनकी आय में निरंतर वृद्धि हो।

जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे किसान वह कार्य कर रहे हैं, जो बड़े-बड़े अधिकारी भी नहीं कर सकते। कठिन परिश्रम और समर्पण से किसानों ने खेती को जीवन का आधार बनाया है और भारत को कृषि क्षेत्र में विश्व में पहचान दिलाई है। आज हमारे किसान अपने श्रम और मेहनत से पूरी दुनिया में नाम कमा रहे हैं। यह उनकी सतत कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम है। जो किसान आज खेतों में जुटे हुए हैं, डटे हुए हैं, वे सच में श्रद्धा के पात्र हैं। हम सभी का कर्तव्य है कि हम उनका सम्मान करें और उनकी हर संभव सहायता करें ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान दे सकें।

कृषि वैज्ञानिक डॉ. महेंद्र सिंह द्वारा खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों की उन्नत खेती, नवीन कृषि तकनीकें, फसल चक्र, उन्नत बीज, जैविक खाद, आधुनिक सिंचाई विधियाँ तथा कीट एवं रोग नियंत्रण के प्रभावी उपायों पर विस्तार पूर्वक जनपद की सभी तहसीलों से आए हुए किसानों को उनकी जानकारी दी गई।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप