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ग्वालियर, 10 जुलाई (हि.स.)। सावन माह की शुरूआत आज 11 जुलाई शुक्रवार से होने जा रही है। इस माह में भगवान शिव की विशेष आराधना की जाएगी साथ ही 18 त्योहार मनाए जाएंगे। जिसमें प्रमुख रूप से शिवरात्रि, नाग पंचमी और रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की सावन के महीने में व्रत त्योहारों की भरमार होती है। सावन के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक रोजाना कोई न कोई व्रत त्योहार होता है। सावन में भगवान शिव की पूजा और रूद्राभिषेक करने का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। सावन के महीने में शिव पूजन का महत्व और बढ़ जाता है। श्रावण में सावन सोमवार, मंगला गौरी, सावन शिवरात्रि, नाग पंचमी, रक्षाबंधन, पुत्रदा एकादशी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
सावन में शिव पूजा से मिलता है मनचाहा वर व वधू: पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ को अपने पति के रूप में पाने के लिए माता पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। इसके फलस्वरूप महादेव ने पार्वती जी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने का वर दिया। मान्यता है कि जो भी सावन के सोमवार में भगवान भोलेनाथ की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करता है उसे मनचाहा वर या वधू प्राप्त होता है। इसके अलावा सावन के सोमवार का व्रत रखने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और इसके अलावा राहु-केतु का अशुभ प्रभाव दूर होता है।
हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा