गुरु पूर्णिमा उत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न
जयपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। श्रावण मास की आषाढ़ी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन श्री राधा गोविंद देव जी मंदिर, जयपुर में अत्यंत भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया गया। यह दिवस श्रीपाद सनातन गोस्वामी जी महाराज की पुण्यतिथि के रूप में
गुरु पूर्णिमा उत्सव श्री गोविंद देव जी मंदिर में श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न


गुरु पूर्णिमा उत्सव श्री गोविंद देव जी मंदिर में श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न


गुरु पूर्णिमा उत्सव श्री गोविंद देव जी मंदिर में श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न


जयपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। श्रावण मास की आषाढ़ी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन श्री राधा गोविंद देव जी मंदिर, जयपुर में अत्यंत भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया गया। यह दिवस श्रीपाद सनातन गोस्वामी जी महाराज की पुण्यतिथि के रूप में भी श्रद्धापूर्वक मनाया गया। प्रातः काल मंगला झांकी के दर्शन के पश्चात ठाकुर श्री गोविंद देव जी का पंचामृत अभिषेक किया गया। पूर्णिमा के अवसर पर ठाकुर श्रीजी का विशेष शृंगार किया गया और बर्फी एवं गुड़ की खीर का भोग समर्पित किया गया।

सिविल लाइन क्षेत्र के विधायक गोपाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ठाकुर श्रीजी की चौखट पर पूजन कर देश में शांति, समृद्धि और विकास की कामना की। इसके उपरांत उन्होंने महंत अंजन कुमार गोस्वामी को शॉल व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने भी उन्हें प्रसादी, शॉल एवं ठाकुर श्रीजी की छवि प्रदान की। राजभोग झांकी के अवसर पर मुख्यमंत्री एवं देवस्थान मंत्री की ओर से जिला कलेक्टर एवं सहायक आयुक्त देवस्थान जयपुर प्रथम रतन लाल योगी ने महंत अंजन कुमार गोस्वामी को शॉल व श्रीफल भेंट किए गए। इसके उत्तर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने भी उन्हें ठाकुर श्री जी की प्रसाद, शॉल व छवि भेंट की।संध्याकाल में विशेष फूल बंगला झांकी के दर्शन कर श्रद्धालु भावविभोर हुए, जिसके उपरांत ग्वाल झांकी और शयन झांकी के भी दर्शन हुए। इस पावन पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर में उपस्थित होकर ठाकुर श्रीजी की भक्ति में सराबोर होकर पुण्य लाभ अर्जित किया।

गुरु पुर्णिमा महोत्सव विभिन्न प्रज्ञा केंद्रों पर नौ कुंडीय एवं पंचकुंडीय यज्ञ

अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से गुरु पूर्णिमा महोत्सव 2025 गुरुवार को श्रद्धा, भक्ति एवं अध्यात्म के वातावरण में आधा दर्जन से अधिक स्थलों पर भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन की शुरुआत 8 जुलाई को गुरु गीता के संगीतमय पाठ से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में महिला साधिकाओं ने भाग लेकर गुरु सत्ता के प्रति अपनी आस्था प्रकट की। आयोजन के दूसरे दिन 9 जुलाई को गायत्री महामंत्र का अखंड जप प्रातः 6 बजे से सायं 5 बजे तक किया गया, जिसके पश्चात दीपयज्ञ संपन्न हुआ। कार्यक्रम के तीसरे दिन 10 जुलाई को मुख्य आयोजन जयपुर के विभिन्न प्रज्ञा केन्द्रों पर सम्पन्न हुए, जिनमें नौ कुंडीय एवं पंचकुंडीय यज्ञ, गुरु पूजन, गुरु चरण पादुका पूजन, दीक्षा एवं विभिन्न वैदिक संस्कारों का आयोजन किया गया।

जयपुर के ब्रह्मपुरी, मानसरोवर, कालवाड़, वाटिका और जनता कॉलोनी सहित अन्य स्थानों पर आयोजित इन कार्यक्रमों में 3 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। इस दौरान लगभग 300 साधकों ने गुरु दीक्षा लेकर गायत्री परिवार के युग निर्माण अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया। दीक्षा प्राप्त करने वाले साधकों ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन, नैतिक मूल्यों के प्रचार, नशामुक्ति, पर्यावरण संरक्षण और सेवा कार्यों में योगदान का व्रत लिया। यज्ञ की पूर्णाहुति के अवसर पर श्रद्धालुओं ने वृक्षारोपण का संकल्प भी लिया। “एक यज्ञ – एक वृक्ष” अभियान के अंतर्गत सभी प्रतिभागियों ने गायत्री यज्ञ के उपरांत अपने घरों, मोहल्लों और आसपास के क्षेत्रों में पौधे लगाने और उनकी देखभाल का संकल्प दोहराया। आयोजन के दौरान संस्कृति संरक्षण, आत्मचिंतन, आत्मनिर्माण और अध्यात्मिक जागरण के विविध पहलुओं पर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रमों के समापन पर सभी स्थानों पर महाप्रसादी का आयोजन हुआ जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने सहभागिता की।

गुरु पूर्णिमा पर 60 फीट ऊंचे शिखर पर लहराई प्रेम प्रकाश धर्म ध्वजा

आस्था भक्ति के पावन केंद्र श्री अमरापुर दरबार में गुरुवार को गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व श्रद्धा भक्ति से मनाया गया। इस अवसर पर प्रात काल ब्रह्म मुहूर्ते में आचार्य श्री के विग्रहों का विधि -विधान पूर्वक मंत्र -उच्चारण से पूजा अर्चना की गई। जिसके पश्चात उन्हे नवीन पोषाक धारण कराई गई। नित्य नियम प्रार्थना के पश्चात संत -महात्माओं ने गुरु महिमा का गुणगान किया। इस अवसर पर संत मोनू महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि भक्त साधक की मंत्र माला सदैव एक होनी चाहिए ।हजारा हजूर पूज्य सतगुरु स्वामी भगत प्रकाश महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी में गुरु की महिमा का गुणगान करते हुए बताया कि गुरु अंधकार में वह दीपक है जिस के प्रकाश से कठिन से कठिन मार्ग भी सहज लगते है। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर हवन यज्ञ, ध्वज वंदना का कार्यक्रम मंदिर परिसर में आयोजित किया गया। जिसके बाद मंदिर परिसर में 60 फिट ऊंचे शिखर पर श्री प्रेम प्रकाश सनातन धर्म ध्वजा लहराई गई।

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी, जिला अध्यक्ष अमित गोयल , किशन पोल विधायक प्रत्याशी चंद मोहन भटवाड़ा सहित पधारे मुख्यमंत्री प्रतिनिधि मंडल ने पावन श्री अमरापुर स्थान के दर्शन कर पूज्य गुरुवर सतगुरू स्वामी भगत प्रकाश महाराज को माल्या अर्पण कर आशीर्वाद लिया।

श्री हित राधावल्लभ सत्संग भवन भक्तिभाव से मनाया गया गुरु पूर्णिमा पर्व

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरुवार को ताल कटोरा,बादल महल के सामने श्री हित राधावल्लभ सत्संग भवन श्री राधा वल्लभ सम्प्रदायाचार्य प्रधान पीठाधी गोस्वामी प्रेम कुमार महाराज एवं हितेंद्र कुमार महाराज, श्री हितधाम छोटी सरकार श्री वृंदावन का भक्तों ने विशेष पूजन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश टांक ने बताया कि गुरु पूर्णिमा महोत्सव गुरुवार और शुक्रवार को भक्तिभाव से मनाया जाएगा और 12 जुलाई को भी गुरु पूर्णिमा महोत्सव दिल्ली में भी मनाया जाएगा। श्री हित राधा वल्लभ सत्संग भवन में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव में भक्तों ने भजनों का आनन्द लिया। इस अवसर पर महिलाओं ने भक्ति में विभोर होकर नृत्य किया। महोत्सव के समापन पर सभी को प्रसाद वितरण किया गया।

जैन समाज के बंधुओं ने धूमधाम से मनाया गुरु पूर्णिमा महोत्सव

सांगानेर थाना सर्किल स्थित श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर चित्रकूट कॉलोनी में गुरुवार को तपस्वी सम्राट आचार्य सुंदर सागर महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर बडी संख्या में गुरु भक्तों ने उपस्थित होकर गुरु के प्रति श्रद्धा सुमन प्रस्तुत किए।

मंदिर समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार जैन काशीपुरा एवं मंत्री मूलचंद पाटनी ने बताया कि कंवर का बाग स्थित श्री सन्मति सागर सभागार में आचार्य सुंदर सागर महाराज ससंघ का गुरु पूजन कार्यक्रम हुआ जिसमें संपूर्ण प्रदेश एवं देश के कोने-कोने से आचार्य श्री के अनुयायी एवं जैन धर्मावलंबी शामिल हुए। आचार्य श्री की संगीतमय साज बाज से पूजन कर अर्घ्य अर्पित किए गए तथा श्रावकों ने पाद प्रक्षालन किया गया एवं जिनवाणी भेंट की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से नायब तहसीलदार सांगानेर ने गुरु चरणों में भक्ति समर्पित की। इसके बाद पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने आचार्य सुंदर सागर महाराज का आशीर्वाद लिया। महिला मंडल व नवयुवक मंडल के सानिध्य में समारोह में संगीत के साथ सामूहिक रूप से अर्घ्य अर्पित किए गए।

आचार्य श्री ने प्रवचन करते हुए कहा कि गुरु अमृत की खान होते है यदि कोई गुरु की सच्चे समर्पण के साथ गुरु भक्ति करता है तो उसे अमृत के समान फल प्राप्त होता है उन्होंने कहा कि गुरु बिना जीवन शुरू नहीं होता है। आचार्य श्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपनी संस्कृति व संस्कारों से जुड़े रहना चाहिए । उन्हें जीवन में आगे बढ़ना है प्रगति करना है जीवन में गुरु सानिध्य अवश्य रखना चाहिए ।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश