राजौरी में स्थानीय लोगों के लिए साइबर धोखाधड़ी पर व्याख्यान का आयोजन
राजौरी, 10 जुलाई (हि.स.)। समोट स्थित भारतीय सेना स्थानीय जनता के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रही है। यह वंचित वर्ग की धारणा को बदलने और अंततः क्षेत्र में निरंतर शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी पहल के तहत समोट स्थित भारतीय से
वयाखयान में भाग लेते छातर्


राजौरी, 10 जुलाई (हि.स.)। समोट स्थित भारतीय सेना स्थानीय जनता के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रही है। यह वंचित वर्ग की धारणा को बदलने और अंततः क्षेत्र में निरंतर शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी पहल के तहत समोट स्थित भारतीय सेना ने आज राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (जीएचएसएस) समोट में साइबर धोखाधड़ी पर एक जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया।

इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराध और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। इस सत्र में ऑनलाइन धोखाधड़ी, पहचान की चोरी, साइबर धमकी, फ़िशिंग और सोशल मीडिया के दुरुपयोग जैसे साइबर खतरों के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई। उपस्थित लोगों को डिजिटल दुनिया में खुद को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए व्यावहारिक सुझाव और सावधानियां साझा की गईं।

व्याख्यान में इस बात पर भी ज़ोर दिया गया कि साइबर धोखाधड़ी वर्तमान में न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर भी प्रमुख सुरक्षा चुनौतियों में से एक है। इस सत्र में कुल 58 छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने सक्रिय रूप से भाग लिया अपने विचार साझा किए और अपने गाँवों में साइबर धोखाधड़ी की बारीकियों के बारे में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। शिक्षकों और छात्रों दोनों ने भारतीय सेना के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और साइबर धोखाधड़ी के खतरों और इसके शिकार होने से बचने के उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सत्र से विदा ली।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह