बलरामपुर : प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के तहत डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ता कृषि क्षेत्र
बलरामपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना अंतर्गत एग्रीस्टेक परियोजना के तहत सम्पूर्ण देश में कृषक हित में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से नवाचार किया जा रहा है। एग्रीस्टेक परियोजना के
बलरामपुर : प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के तहत डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ता कृषि क्षेत्र


बलरामपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना अंतर्गत एग्रीस्टेक परियोजना के तहत सम्पूर्ण देश में कृषक हित में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से नवाचार किया जा रहा है। एग्रीस्टेक परियोजना के तीन भाग है। जिसके अंतर्गत ग्राम का जियो रिफ्रेसिंग सर्वेक्षण नक्शा, राजस्व संबंधित अधिकार अभिलेख, डिजिटल फसल सर्वेक्षण डिजिटल सर्वेक्षण एग्रीस्टेक परियोजना के अगामी चरण के रूप में सभी कृषि भूमिधारक का कृषि भूमि पहचान पत्र एवं कृषि भूमिधारक का पहचान पत्र का निर्माण किया जाना है।

कृषक पंजीयन डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत् महत्वपूर्ण पहल है। जिसका उद्देश्य देश भर के कृषि भूमिस्वामी की एक व्यापक और एकीकृत पंजीयन बनाना है, जिससे सही लाभार्थियों तक सरकारी योजनाएं और लाभ सफलतापूर्वक पहुँचे। इसके लिए कृषक पंजीयन हेतु सामान्य सेवा केन्द्र सीएससी को अधिकृत किया गया है। इस हेतु कृषकों से कोई राशि नहीं लिया जाना है। यह पूर्णतः निःशुल्क है। केवाईसी किये जाने हेतु शासन द्वारा सीएससी को 15 रूपये प्रति कृषक के मान से भुगतान किया जाएगा।

एग्रीस्टेक परियोजना अंतर्गत डिजिटल फसल सर्वेक्षण 15 अगस्त से 30 सितम्बर तक किया जाना प्रस्तावित है, जिसके अनुसार जिले के प्रत्येक ग्राम मे (खरीफ वर्ष 25-26) में लगाए गए फसलों का डिजिटल फसल सर्वेक्षण किया जावेगा। सर्वेक्षण कर्ताओं का चयन पटवारियों के माध्यम से तहसीलदार द्वारा 15 जुलाई तक किया जाना है। प्रत्येक सर्वेक्षणकर्ता को प्रत्येक सर्वे के लिए एप के माध्यम से सही सर्वेक्षण एवं अपलोड करने तथा स्वीकृत हो जाने के दशा में 10 रूपये प्रति खसरा मानदेय आधार संबंध बैंक खातों के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय