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- पहले लगा लोअर सर्किट और फिर खरीदारी के सपोर्ट से लगा अपर सर्किट
नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स.)। कंस्ट्रक्शन सेक्टर की कंपनी ग्लोब सिविल प्रोजेक्ट्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। हालांकि ये खुशी उस समय फीकी पड़ गई, जब बिकवाली के दबाव में ये शेयर गिर कर लोअर सर्किट लेवल तक आ गए। दिलचस्प बात तो ये रही कि लोअर सर्किट लगने के बाद खरीदारों ने कंपनी के शेयरों की लिवाली करके न केवल लोअर सर्किट ब्रेक किया, बल्कि इसे अपर सर्किट लेवल तक भी पहुंचा दिया।
आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 71 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 91.10 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 90 रुपये के स्तर पर हुई। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 28 प्रतिशत से अधिक का लिस्टिंग गेन मिल गया। स्टॉक मार्केट में मजबूत लिस्टिंग के बाद मुनाफावसूली शुरू हो जाने के कारण ये शेयर कुछ देर में ही गिर कर 86.65 रुपये के लोअर सर्किट लेवल तक पहुंच गया। इसके बाद एक बार फिर लिवाली शुरू हुई जिससे ये शेयर 94.50 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। पूरे दिन के कारोबार के बाद ये शेयर 23.46 रुपये के मुनाफे के साथ 94.46 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशक पहले दिन के कारोबार के बाद 33.04 प्रतिशत के फायदे में रहे।
ग्लोब सिविल प्रोजेक्ट्स का 119 करोड़ रुपये का आईपीओ 24 से 26 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जोरदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 80.97 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 82.13 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 143.14 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 53.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 1,67,60,560 नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट्स और नई मशीनरी खरीदने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत उतार चढ़ाव के बावजूद मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 5.20 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में घट कर 4.85 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। हालांकि इसके अगले वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़ कर 15.38 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। अगर पिछले वित्त वर्ष की बात करें, तो अप्रैल से दिसंबर 2024 तक कंपनी को 17.79 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका था। इसी तरह इस दौरान कंपनी को 256.74 करोड़ रुपये का राजस्व मिल चुका था।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक